भारत के हैंडशेक निरादर से नाराज पाकिस्तान कप्तान सलमान अली अघा ने बाद की समारोह में हिस्सा नहीं लिया

भारत के हैंडशेक निरादर से नाराज पाकिस्तान कप्तान सलमान अली अघा ने बाद की समारोह में हिस्सा नहीं लिया

दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में आयोजित एशिया कप 2025 के समूह ए मैच में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया, लेकिन जीत का जश्न किसी के लिए नहीं था। जीत के बाद भारतीय खिलाड़ी अपने ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़ गए — न तो पाकिस्तानी टीम के साथ हैंडशेक किया, न ही मैच अधिकारियों को ध्यान दिया। इस निरादर के बाद पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली अघा ने पोस्ट-मैच समारोह में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया। ये घटना केवल एक खेल की बात नहीं, बल्कि एक राजनीतिक संकेत बन गई।

क्यों नहीं हुआ हैंडशेक?

भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया: "हम अपनी सरकार और भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के साथ हैं। हम फरवरी 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और सुरक्षा बलों को यह जीत अर्पित कर रहे हैं।" ये बयान अकेला नहीं था। भारतीय मीडिया ने यह भी बताया कि यह पहली बार नहीं है — एशिया कप 2025 के दौरान दोनों टीमों के बीच कई बार हैंडशेक नहीं हुआ।

पाकिस्तान के कोच माइक हेसन ने 15 सितंबर, 2025 को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम वहां गए, लेकिन वे पहले ही बदलने के लिए चले गए थे। यह मैच का एक दुखद अंत था।" उन्होंने बताया कि अघा को समारोह में भेजने का फैसला टीम के साथ चर्चा के बाद किया गया था। "हम खेल की भावना का सम्मान करते हैं। लेकिन जब दूसरी टीम उसे तोड़ दे, तो हमें भी अपना सम्मान बनाए रखना होगा।"

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का आधिकारिक बयान

इस घटना के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एक आधिकारिक बयान जारी किया: "भारतीय खिलाड़ियों का व्यवहार खेल की भावना के खिलाफ है।" बयान में यह भी कहा गया कि इस घटना के आधार पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के समक्ष आधिकारिक शिकायत दर्ज की जा सकती है। यह पहली बार नहीं है जब PCB ने भारत के व्यवहार को लेकर आवाज उठाई हो — 2023 विश्व कप के बाद भी ऐसा ही था।

मैच के बाद अघा और उनकी टीम भारतीय ड्रेसिंग रूम के दरवाजे के पास खड़े हुए, लेकिन दरवाजा बंद था। कुछ सूत्रों के अनुसार, दरवाजा "बोल्टेड" था। हेसन ने तुरंत मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट के साथ तनावपूर्ण बातचीत की। बाद में कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि अघा ने एक अलग समारोह में हिस्सा लिया, जिसका आयोजन पाकिस्तानी महिला क्रिकेटर उरूज मुमताज ने किया — लेकिन यह घटना आधिकारिक तौर पर मान्य नहीं है।

मैच का परिणाम भूल गए सब

भारत ने 128 रनों के लक्ष्य को 15.5 ओवर में हासिल कर लिया। सूर्यकुमार यादव और शिवम दूबे ने 34 रनों की अपराजित भागीदारी से जीत सुनिश्चित की। लेकिन जीत के बाद यादव ने न तो उनकी टीम को नमन किया, न ही दर्शकों को ध्यान दिया। वहीं, पाकिस्तानी खिलाड़ी खेल के मैदान पर खड़े रहे — बिना किसी प्रतिक्रिया के।

ब्रॉडकास्टर्स को इस अनियमितता के कारण बड़ी परेशानी हुई। एक आम आदत — जिसे क्रिकेट का संस्कार माना जाता है — अचानक गायब हो गई। टीवी शो में मैन ऑफ द मैच कुलदीप यादव और सूर्यकुमार यादव ने समारोह में हिस्सा लिया, लेकिन अघा के अनुपस्थित होने के कारण यह समारोह अधूरा रह गया।

राजनीति और खेल का अनजाना जोड़

राजनीति और खेल का अनजाना जोड़

यह घटना अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले और मई 2025 के भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव के बाद आई है, जिसमें 70 से अधिक लोग मारे गए। भारत सरकार ने पहलगाम हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया है। अब खेल भी इस राजनीतिक तनाव का हिस्सा बन गया है।

क्रिकेट के इतिहास में भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा से अलग थे — लेकिन अब ये खेल नहीं, बल्कि एक राजनीतिक संकेत बन गए हैं। क्या यह भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा? क्या आगे के मैचों में भी हैंडशेक नहीं होगा? यह सवाल अब सिर्फ खिलाड़ियों का नहीं, बल्कि दर्शकों का भी है।

क्या होगा अब?

PCB ने ICC के समक्ष आधिकारिक शिकायत दर्ज करने की संभावना को बरकरार रखा है। अगर ICC इस मामले को गंभीरता से लेता है, तो भारतीय टीम पर जुर्माना या फिर अगले मैचों में खेलने के नियमों में सख्ती लाई जा सकती है। दूसरी ओर, BCCI ने अब तक कोई बयान नहीं दिया है — जो खुद एक चुनौती है।

क्रिकेट एक खेल है, लेकिन जब राष्ट्रीय गर्व और राजनीति इसमें घुल जाएं, तो यह खेल बनकर एक बहस बन जाता है। और जब खिलाड़ी अपने हैंडशेक को भी राजनीति का टूल बना लें, तो खेल की आत्मा कहां जाती है?

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या यह पहली बार है जब भारत ने पाकिस्तान के साथ हैंडशेक नहीं किया?

नहीं, यह पहली बार नहीं है। 2023 विश्व कप के दौरान भी भारतीय टीम ने पाकिस्तान के साथ हैंडशेक नहीं किया था। एशिया कप 2025 में यह दूसरी बार हुआ है, और अन्य मैचों में भी ऐसा ही रुख देखा गया है। यह एक नीति बनती जा रही है, जिसे खेल की भावना के खिलाफ माना जा रहा है।

पाकिस्तान ने ICC के समक्ष शिकायत क्यों कर सकता है?

ICC के खेल के नियमों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि टीमों को मैच के बाद एक दूसरे के साथ सम्मानपूर्ण व्यवहार करना चाहिए। हैंडशेक एक अनौपचारिक लेकिन गहरा संस्कार है। अगर ICC इसे एक खेल के नियम का उल्लंघन मानता है, तो भारत पर दंड या चेतावनी भी लग सकती है।

क्या भारतीय टीम के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई हो सकती है?

कानूनी कार्रवाई नहीं, लेकिन खेल संगठनों के अंदर दंड हो सकता है। ICC के नियमों के तहत, खिलाड़ियों के व्यवहार को खेल की भावना के खिलाफ माना जा सकता है। इसके लिए टीम को जुर्माना, भविष्य के मैचों में अधिक नियंत्रण या फिर टीम के नेतृत्व के खिलाफ कार्रवाई शामिल हो सकती है।

क्या यह घटना भारत-पाकिस्तान मैचों के भविष्य को प्रभावित करेगी?

बेशक। अगर यह रुख जारी रहा, तो भविष्य में दोनों देशों के बीच मैच आयोजित करने में देरी हो सकती है। दर्शकों का उत्साह घटेगा, टीवी रेटिंग्स गिरेंगी, और खेल की भावना को नुकसान पहुंचेगा। यह न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी एक बड़ी हानि है।

टिप्पणि (10)

shruti raj

shruti raj

नवंबर 5 2025

ये हैंडशेक न करना तो बस एक शोर है, लेकिन असली बात ये है कि हमारी टीम ने जो जीत दर्ज की, वो हर भारतीय के दिल में जीत है! 😤🇮🇳 पहलगाम के बच्चों की याद में ये जीत अर्पित है - और तुम लोग अभी तक हैंडशेक की बात कर रहे हो? अरे भाई, जब दुश्मन तुम्हारे बच्चों को मार रहा है, तो खेल की भावना क्या होगी? ये नहीं करना बर्ताव नहीं, बल्कि इंसानियत है।

Khagesh Kumar

Khagesh Kumar

नवंबर 6 2025

खेल खेल है और राजनीति राजनीति। दोनों को अलग रखो। जीत तो हुई, तो उसका जश्न मनाओ। हैंडशेक न होना बस एक बुरी आदत बन गई है। अगर दोनों टीमें इसे छोड़ दें तो खेल फिर से खेल बन जाएगा।

Amit Kashyap

Amit Kashyap

नवंबर 6 2025

अरे भाई ये पाकिस्तानी लोग हमेशा रो रहे होते हैं जब हम जीत जाते हैं। ये हैंडशेक न करना तो बस एक छोटी सी बात है। अगर वो रो रहे हैं तो चलो रो लो, हम तो जीत गए हैं। भारत जिंदाबाद।

Atanu Pan

Atanu Pan

नवंबर 6 2025

मैं समझता हूँ कि भारतीय टीम ने एक बयान दिया है। लेकिन खेल की भावना को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। एक हैंडशेक का अर्थ क्या है? बस एक सम्मान का संकेत। अगर ये नहीं होता, तो खेल का मूल्य कम हो जाता है।

Radhakrishna Buddha

Radhakrishna Buddha

नवंबर 8 2025

अरे ये तो बस एक बड़ा नाटक है। भारत ने हैंडशेक नहीं किया? तो पाकिस्तान ने समारोह में हिस्सा नहीं लिया? अरे भाई, ये सब टीवी के लिए है। कौन देख रहा है? कौन बात कर रहा है? हम सब जानते हैं कि ये खेल नहीं, बल्कि एक बड़ा टीवी शो है।

Govind Ghilothia

Govind Ghilothia

नवंबर 8 2025

यह घटना खेल के आध्यात्मिक मूल्यों के विरुद्ध है। खेल केवल एक व्यावसायिक गतिविधि नहीं, बल्कि मानवीय संवाद का एक साधन है। जब राष्ट्रीय भावनाएँ खेल के अंतर्गत आ जाती हैं, तो वह खेल की आत्मा को नष्ट कर देती है।

Sukanta Baidya

Sukanta Baidya

नवंबर 10 2025

हैंडशेक न करना? अरे भाई, ये तो बस एक ट्रेंड है। अगर तुम नहीं करोगे, तो दूसरे भी नहीं करेंगे। अब ये एक ब्रांड बन गया है - भारतीय टीम: नो हैंडशेक ब्रांड। ब्रांडिंग तो बहुत अच्छी है।

Adrija Mohakul

Adrija Mohakul

नवंबर 10 2025

मुझे लगता है कि दोनों टीमें इसे छोड़ दें। ये हैंडशेक तो बस एक फॉर्मलिटी है। जब तक खेल अच्छा चल रहा है, तब तक ठीक है। लेकिन अगर इसके बाद भी दोनों टीमें एक-दूसरे को देखती रहेंगी, तो ये खेल नहीं, बल्कि एक दुख है।

Dhananjay Khodankar

Dhananjay Khodankar

नवंबर 12 2025

मैं तो सोचता हूँ कि अगर हम इसे बंद कर दें तो क्या होगा? क्या खेल कम दिलचस्प हो जाएगा? नहीं। लेकिन अगर हम इसे बरकरार रखें तो ये बातें बार-बार होती रहेंगी। चलो एक बार बदल दें। बस एक हैंडशेक।

shyam majji

shyam majji

नवंबर 13 2025

ये सब बहुत बड़ा मामला बना दिया गया है। बस एक हैंडशेक न हुआ, और अब पूरी दुनिया इस पर बात कर रही है। अरे भाई, खेल तो खेल है। जीत गए, बस घर चले जाओ। ये सब बातें फिर अगले मैच में होगी।

एक टिप्पणी लिखें