DPL 2024 में आयुष बड़ोनी और प्रियंश आर्य ने बनाए नए रिकॉर्ड्स

DPL 2024 में आयुष बड़ोनी और प्रियंश आर्य ने बनाए नए रिकॉर्ड्स

DPL 2024 में आयुष बड़ोनी और प्रियंश आर्य का बेहतरीन प्रदर्शन

दिल्ली प्रीमियर लीग (DPL) 2024 में 31 अगस्त को हुए एक रिकॉर्ड तोड़ने वाले मैच में दक्षिण दिल्ली सुपरस्टार्ज़ (SDS) के बैटर्स आयुष बड़ोनी और प्रियंश आर्य ने नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स (NDS) के खिलाफ कई अद्वितीय कीर्तिमान बनाए। यह मुकाबला अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया।

प्रियंश आर्य का शानदार प्रदर्शन

23 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज प्रियंश आर्य ने अपने प्रदर्शन से सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने मैनन भारद्वाज की गेंदबाजी में 12वें ओवर में लगातार छह छक्के लगाए। आर्य ने केवल 50 गेंदों में 120 रन बनाए, जिसमें 10 चौके और 10 छक्के शामिल थे। इस प्रदर्शन ने T20 क्रिकेट में नए आयाम स्थापित कर दिए।

आयुष बड़ोनी की कप्तानी और अद्वितीय बल्लेबाजी

दक्षिण दिल्ली सुपरस्टार्ज़ के कप्तान आयुष बड़ोनी ने प्रियंश आर्य के साथ मिलकर 99 गेंदों में 286 रन की साझेदारी की, जो T20 इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 55 गेंदों में 165 रन बनाए, जिसमें आठ चौके और 19 छक्के शामिल थे। यह उनके द्वारा बनाए गए सबसे अधिक व्यक्तिगत स्कोर और एक पारी में सबसे अधिक छक्के लगाने का रिकॉर्ड है।

टीम ने बनाए कई रिकॉर्ड्स

टीम ने बनाए कई रिकॉर्ड्स

इन दो बल्लेबाजों की साझेदारी के कारण टीम ने 20 ओवर में 308/5 का विशाल स्कोर खड़ा किया। यह स्कोर T20 क्रिकेट में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है, जो केवल नेपाल के 314/3 के बाद आता है। टीम ने कुल 31 छक्के लगाए, जो T20 में अबतक का सबसे ज्यादा है।

सेमी-फाइनल में स्थान

इस शानदार प्रदर्शन ने दक्षिण दिल्ली सुपरस्टार्ज़ को सेमी-फाइनल में जगह दिला दी। इस मैच में उनके द्वारा बनाया गया स्कोर और छक्कों की बौछार ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। दोनों खिलाड़ियों की पारी ने केवल रिकॉर्ड्स ही नहीं तोड़े बल्कि DPL 2024 में क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ी।

प्रियंश आर्य और आयुष बड़ोनी के इस अद्वितीय प्रदर्शन से स्पष्ट है कि DPL 2024 हमें और भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे। यह टूर्नामेंट युवा क्रिकेटरों के लिए एक मंच प्रदान कर रहा है जहां वे अपने हुनर को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं।

आगे के मुकाबले

आगे के मुकाबले

DPL 2024 के आगे के मुकाबले भी अब और रोमांचक हो सकते हैं क्योंकि टीमों को अब यह पता चल गया है कि उन्हें अपनी पूरी क्षमता के साथ खेलना होगा। दक्षिण दिल्ली सुपरस्टार्ज़ ने जो मुकाम हासिल किया है उससे अन्य टीमों को भी प्रोत्साहन मिलेगा कि वे भी अपने प्रदर्शन में सुधार करें और रिकॉर्ड बना सकें।

टिप्पणि (6)

ria hari

ria hari

सितंबर 1 2024

क्या जबरदस्त प्रदर्शन था, पूरी टीम ने दिल जीत लिया!

Alok Kumar

Alok Kumar

सितंबर 1 2024

ये मैच पूरी तरह स्टीकियो-इको सिस्टम का परिक्षण था, लेकिन बड़ोनी ने अपनी वैल्यू एट्रेस को ओवरड्राइवर किया। परफॉर्मेंस में एक्स्पेक्टेड एंगेजमेंट का लेवल काफी कम था। कुल मिलाकर स्ट्रैटेजी में धावा नहीं, बल्कि डिफेंस का बुखार दिखा।

Nitin Agarwal

Nitin Agarwal

सितंबर 1 2024

भारत का क्रिकेट विरासत इस जीत में चमकती है।

Ayan Sarkar

Ayan Sarkar

सितंबर 1 2024

DPL का यह मैच सिर्फ खेल नहीं, यह एक बड़ी योजना का हिस्सा है। पिछले साल की सत्र में भी समान पैटर्न देखा गया था, जहाँ स्कोर को एन्हांस करने के लिए डेटा मैनिपुलेशन की अफवाहें थीं। लाइटनिंग बॉल टेक्नीक का उपयोग अक्सर प्रोप्रायटरी एल्गोरिद्म के साथ जोड़ा जाता है। कई स्रोतों ने बताया कि स्टेडियम के सीसीटीवी फीड में कुछ फ्रेम छिपे हुए थे। मुंबई के कुछ अंडरग्राउंड फोरम में यह दावा किया गया है कि रिकॉर्ड्स को प्री-सेट किया गया था। इस सबको देखते हुए खिलाड़ी की व्यक्तिगत पर्सनल बेस्ट को भी शैडो बॉक्स में रखा गया है। वैध ट्रैकिंग सिस्टम के अभाव में जजेस की डिसीजन को भी क्वेरी किया जा सकता है। टिकट काउंटर के डेटा लॉग में भी अनियमित पैटर्न मिला। कुज रिवर्स इंजीनियर ने कहा कि स्कोरबोर्ड की फर्मवेयर को रिमोट एक्सेस किया गया था। आगे चलकर इस तरह के हाई स्कोर को हम जल्द ही कमिशन द्वारा बैन देखेंगे। लेकिन अभी की फील्ड में दर्शक एंगेजमेंट बहुत हाई थी। यह दर्शाता है कि जनता को इस ड्रामा का आनंद मिला। यदि ये सब सच्चाई है तो प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में पारदर्शिता की कमी स्पष्ट होती है। अंत में, हमें चाहिए कि हम इस तरह के खेलों को सच्ची स्पोर्ट्समैनशिप के साथ ही देखेँ।

Amit Samant

Amit Samant

सितंबर 1 2024

आयुष बड़ोनी और प्रियंश आर्य की इस अद्वितीय साझेदारी ने युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाया। इस तरह की उपलब्धियाँ स्थानीय स्तर पर खेल के विकास को तेज करती हैं। उनका संयोजन तकनीकी कौशल और मानसिक दृढ़ता का उत्कृष्ट नमूना है। कोचों को चाहिए कि वे इन उदाहरणों को केस स्टडी के रूप में उपयोग करें। भविष्य की पीढ़ी इन रिकॉर्ड्स को लक्ष्य बनाकर अपनी क्षमता को और अधिक निखार सकती है।

Jubin Kizhakkayil Kumaran

Jubin Kizhakkayil Kumaran

सितंबर 1 2024

देश को असली जीत चाहिए, ये विदेशी रिकॉर्ड नहीं।

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