इंग्लैंड अंडर-19 ने दबदबा बरकरार रखा, डॉकिन्स‑थॉमस जोड़ी से लीड 300 से ऊपर

इंग्लैंड अंडर-19 ने दबदबा बरकरार रखा, डॉकिन्स‑थॉमस जोड़ी से लीड 300 से ऊपर

मैच की वर्तमान स्थिति

चेळ्सफोर्ड के काउंटी ग्राउंड में चल रहा दूसरा युथ टेस्ट, आज तक के आँकड़ों से साफ़ दिखा रहा है कि इंडिया अंडर-19 बनाम इंग्लैंड अंडर-19 में इंग्लैंड ने बड़े पैर बना रखे हैं। पहले इनिंग में होस्ट टीम ने 309 रन बनाकर 81.3 ओवर में सभी विकेट गिरा दिए। भारत के युवा बल्लेबाज़ों ने 279 रन पर टिक कर पहला‑इन्ग्स लीड 30 रन के अंतर से खो दिया। दूसरे इनिंग में इंग्लैंड ने 324/5 पर घोषणा कर दी, जिससे उनका कुल लीड 300 रन से भी ऊपर हो गया।

इंग्लैंड के युवा तेज़ी से खेलते हुए दो प्रमुख साझेदारियों का निर्माण कर रहा है। डॉकिन्स ने शतक की रीढ़ बनाते हुए 135 रन 182 गेंदों पर बनाए रखे हैं, जबकि थॉमस ने उसे स्थिरता के साथ समर्थन दिया। इस जोड़े की साझेदारी ने न सिर्फ रन जमा किए, बल्कि भारतीय बॉलर्स पर निराशा भी पैदा की।

मुख्य आँकड़े और खिलाड़ी प्रदर्शन

मुख्य आँकड़े और खिलाड़ी प्रदर्शन

पहले इनिंग के बाद दोनों टीमों के चयनित खिलाड़ियों ने अपनी‑अपनी ताक़त दिखाई:

  • डॉकिन्स – 135 रन, 182 गेंद, 5 चौके, 8 छक्के; बल्ले से तकनीकी संतुलन दिखाते हुए भविष्य के इंग्लैंड स्टार की संभावनाएँ दिखी।
  • थॉमस – 78 रन, 112 गेंद; डॉकिन्स को सहयोगी भूमिका में रखा और टीम के कुल स्कोर को सुरक्षित किया।
  • आयुष अखाड़े (अमेर) – भारत की ओर से 62 रन, 94 गेंद; सच्ची लगन दिखाते हुए टीम को 290/6 तक ले गया।
  • आर.वी. शाह – 48* रन, 71 गेंद; दबाव में भी आत्मविश्वास बना रखा।

बॉलिंग पक्ष पर भारतीय अंडर‑19 के वारियर्स को कठिनाई का सामना करना पड़ा। तेज़ गेंदों में शरणलाल सिंह ने 2/79 और रौबिन डॉस 1/65 के साथ कम वजनी प्रहार किए, जबकि स्पिनर निखिल फिल्मर ने 10 ओवर में 20 रन दिए। इंग्लैंड की पिच पर हल्की फिसलन और ओवरकास्ट मौसम ने बल्लेबाज़ी को थोड़ा आसान बना दिया, जिससे कई बड़े साझेदारियों का निर्माण संभव हुआ।

दूसरे इनिंग में भारत ने 290/6 पर अपनी थिरकती पारी पूरी की, जिसमें आयुष महत्रे ने 54* और राघव गुप्ता ने 48* का योगदान दिया। हालांकि भारत ने संघर्ष किया, पर इंग्लैंड की बड़ी लीड का दमन अभी तक नहीं हो पाया। टीम की अंत तक 7 विकेट बची हुई थी, जिससे आगे के ओवर में संभावित रैपिड स्कोर की उम्मीद रखी जा रही है।

मैच की आधिकारिक टीम में टॉम लंगली और सुरेन्द्रियन शन्मुगम ने अंपायरिंग की जिम्मेदारी संभाली है, जबकि डीन कॉस्कर ने रेफरी के रूप में कार्य किया। मौसम की बात करें तो ओवरकास्ट और हल्की बादल छाए हुए थे, जो इंग्लैंड में समर क्रिकेट का आम दृश्य है।

यह दूसरा युथ टेस्ट भारत अंडर‑19 की इंग्लैंड यात्रा 2025 का एक अहम हिस्सा है। पहले टेस्ट में भी दोनों टीमों ने युवा प्रतिभा का प्रदर्शन किया, लेकिन इस मैच में इंग्लैंड की बैटिंग गहराई और घरेलू लाभ प्रमुख रहे। अगले चरण में अगर भारत ने लीड को घटाने में सफल रहा, तो टेस्ट सीरीज़ की दिशा बदल सकती है। अभी जारी रहने वाले इस खेल को देखना रोमांचक रहेगा।

टिप्पणि (16)

Chandra Deep

Chandra Deep

सितंबर 21 2025

डॉकिन्स‑थॉमस की साझेदारी ने इंग्लैंड को रफ़्तार दी है क्योंकि उन्होंने लगातार 200 से अधिक रन बनाए, और भारतीय बॉलर्स को परेशानी हुई।

Mihir Choudhary

Mihir Choudhary

सितंबर 24 2025

वाह भाई! 😃 भारत के युवा भी काबिले‑तारीफ़ हैं, 279 रन बना पाए. लेकिन इंग्लैंड का 324/5 देख के दिल थरक गया! 🙌

Tusar Nath Mohapatra

Tusar Nath Mohapatra

सितंबर 26 2025

लगता है इंग्लैंड ने शॉट मारे हैं, फिर भी भारत को हार नहीं माननी चाहिए, आखिर युवा ही भविष्य है, और कौन जानता है अगली ओवर में क्या छूटेगा? 😏

Ramalingam Sadasivam Pillai

Ramalingam Sadasivam Pillai

सितंबर 28 2025

जब पिच पर घास की चमक देखी तो एक बात याद आई – खेल में भी ज़मीन जैसा स्थिर होना ज़रूरी है, पर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी ने तो पहाड़ सा बढ़ाव दिखा दिया.

Ujala Sharma

Ujala Sharma

अक्तूबर 1 2025

आँकड़े तो दिखाते हैं कि भारत ने बहुत कोशिश की, पर अंत में बड़े लीड को काबू नहीं कर पाया.

Vishnu Vijay

Vishnu Vijay

अक्तूबर 3 2025

सबको बधाई, दोनों टीमें शानदार खेल रही हैं 😊 हम सब मिलके यंग क्रिकेट को बढ़ावा देते रहें! 🙏

Aishwarya Raikar

Aishwarya Raikar

अक्तूबर 5 2025

सच बताऊँ तो मुझे लगता है पिच पर हल्की फिसलन केवल मौसम नहीं, शायद कोई छुपा हुआ एजेंट बॉलिंग को नरम कर रहा है, यही कारण है इंग्लैंड को इतनी आसानी से रन मिल रहे हैं. 😒

Arun Sai

Arun Sai

अक्तूबर 8 2025

वास्तव में, टेस्टींग डेटा से हम देख सकते हैं कि स्पिनर की औसत गति 85 किमी/घंटा थी, जो टीम की रणनीति को प्रभावित करती है; इसको नजर में रख कर भारतीय बॉलर्स को अपने पास की लाइन बदलनी चाहिए.

Manish kumar

Manish kumar

अक्तूबर 10 2025

देखो भाई लोग, भारत ने 290/6 पर पारी पूरी की लेकिन अभी भी स्पिनर को ज्यादा मौका नहीं मिला, उन्हें आगे के ओवर में ज़्यादा रोल देना चाहिए ताकि इंग्लैंड की बड़ी लीड को घटाया जा सके। हमारे पास अभी भी समय है और संभावनाएं भी।

Divya Modi

Divya Modi

अक्तूबर 12 2025

सही कहा, विशेषकर निखिल फिल्मर को अगर अधिक ओवर मिलें तो वह रन कंट्रोल कर पाएगा 🏏

ashish das

ashish das

अक्तूबर 15 2025

सम्पूर्ण विश्लेषण में यह स्पष्ट है कि इंग्लैंड ने अपनी बॉलिंग में तुलनात्मक रूप से कम परिवर्तनशीलता प्रदर्शित की, जिससे भारतीय बैट्समैन ने अंत में लगातार शॉट्स लगाए; अतः आगामी मैचों में बॉलिंग योजनाओं का पुनर्मूल्यांकन आवश्यक प्रतीत होता है।

vishal jaiswal

vishal jaiswal

अक्तूबर 17 2025

निश्चित रूप से, बॉलिंग को विविधता देना और पिच की परिस्थितियों का उपयोग करना टीम की जीत में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।

Amit Bamzai

Amit Bamzai

अक्तूबर 19 2025

डॉकिन्स‑थॉमस की साझेदारी को देखें तो यह स्पष्ट है कि दोनों ने अपनी तकनीकी समझ को परिपूर्ण किया है; 135 रन 182 गेंदों पर बनाना कोई मामूली उपलब्धि नहीं है। यह रफ्तार इंग्लैंड की बगावत को दर्शाती है कि उन्होंने कब और कहां जोखिम उठाने चाहिए, इसका बखूबी अनुमान लगाया है। दूसरी ओर, भारतीय बॉलर्स ने लीड को घटाने की कोशिश में विभिन्न योजनाओं को आज़माया, लेकिन शरणलाल सिंह की गति और रौबिन डॉस की लम्बाई ने सफल नहीं हो पाई। निखिल फिल्मर ने 10 ओवर में मात्र 20 रन देकर किफ़ायती स्पिन दिखाया, फिर भी वह लगातार बॉलिंग नहीं कर पाया। इस बात से स्पष्ट होता है कि शारीरिक थकान और मानसिक दबाव ने भारतीय गेंदबाज़ी को प्रभावित किया। आगे चलकर यदि भारत को जीत की ओर बढ़ना है, तो बॉलिंग को अधिक विविध बनाना आवश्यक है; जिसमें तेज़ बॉल की गति को 140 किमी/घंटा से ऊपर ले जाना और स्पिनर को अधिक रोल देना शामिल है। दूसरी ओर, इंग्लैंड की बैटिंग लाइन‑अप ने दिखाया कि उनका बड़प्पन केवल घरेलू परिस्थितियों तक सीमित नहीं है, वे विदेशी पिचों पर भी समान प्रभाव डाल सकते हैं। टॉम लंगली और सुरेन्द्रियन शन्मुगम की अंपायरिंग ने खेल को निष्पक्ष बनाए रखा, जिससे दोनों टीमों को अपने योजनाओं को कार्यान्वित करने का मौका मिला। इस मैच में मौसम ने भी भूमिका निभाई; हल्की ओवरकास्ट ने बॉल को थोड़ा ग्रिप देना आसान बनाया, जिससे बैट्समैन को फैन से फैन तक शॉट मारने में मदद मिली। भारतीय टीम ने अंत में 7 विकेट बचाए, जिससे रैपिड स्कोर की संभावनाएं बनी रहीं, पर इंग्लैंड की लीड बहुत अधिक थी। इस तथ्य को देखते हुए, भविष्य में यदि भारत को इस अंतर को कम करना है, तो उन्हें मध्य ओवर में अधिक आक्रमणात्मक खेल दिखाना पड़ेगा। इसके अतिरिक्त, टीम को फील्डिंग में भी सुधार करना चाहिए; कई अतिरिक्त रन बचाए जा सकते हैं अगर फ़ील्डर्स तेज़ी से प्रतिद्वंद्वी को चलाने में सक्षम हों। अंत में, यह कहा जा सकता है कि युथ टेस्ट न केवल युवा प्रतिभा को उभारता है, बल्कि दो देशों के बीच तकनीकी और रणनीतिक पहलुओं को भी उजागर करता है। इस सीरीज़ का आगे बढ़ना निश्चित रूप से दर्शकों के लिए रोमांचक रहेगा।

Vishnu Vijay

Vishnu Vijay

अक्तूबर 22 2025

बहुत बड़िया विश्लेषण, इससे हमें आगे की रणनीति समझ में आती है 😊

Alok Kumar

Alok Kumar

अक्तूबर 24 2025

सच कहूँ तो इस रिपोर्ट में बहुत ही सतही आँकड़े हैं, वास्तविक बॉलिंग कंडीशन और डाटा को जाँचें तो ही सही निष्कर्ष निकलेंगे, नहीं तो बस शब्दों का खेल है।

Nitin Agarwal

Nitin Agarwal

अक्तूबर 26 2025

ठीक कहा, डेटा ही सब है।

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