एवर्टन बनाम मैनचेस्टर यूनाइटेड: एक महाकाव्य मुकाबला
एवर्टन और मैनचेस्टर यूनाइटेड के बीच यह मैच फुटबॉल प्रशंसकों के लिए अविस्मरणीय रहा। मुकाबले की शुरुआत से ही एवर्टन ने गेम को अपने कब्जे में ले लिया। 19वें मिनट में बेटो के शानदार वॉली और अब्दुलाये डुकूरे के हेडर ने एवर्टन को मजबूत बढ़त दिलाई। यूनाइटेड की डिफेंसिव कमजोरियों को एवर्टन ने पूरी तरह से उजागर किया।
पहले हाफ में पूरी तरह से दबाव में रहने के बाद, यूनाइटेड के लिए करिश्माई वापसी की शुरुआत 72वें मिनट में हुई। ब्रूनो फर्नांडीस ने एक फ्री-किक के माध्यम से गोल किया, जो जुलाई 2020 के बाद उनका पहला डायरेक्ट फ्री-किक गोल था। इसके बाद मैनुएल उगार्ते ने अपने शानदार लेफ्ट फुट वाली के जरिए यूनाइटेड के लिए दूसरा गोल किया, जो उनके लिए पहली यूनाइटेड गोल थी।
ड्रामा और विवाद: आखिरी मिनट में पेनल्टी का फैसला
मुकाबला जैसे-जैसे खत्म होने की ओर बढ़ा, ड्रामा का सिलसिला जारी रहा। स्टॉपेज टाइम में एक ऐसा पल आया जिसने काफी विवाद पैदा कर दिया। एशली यंग को हैरी मागुएर की टक्कर के बाद पेनल्टी दी गई। परंतु, रेफरी एंड्रयू मैडली ने VAR समीक्षा के बाद इस पेनल्टी को रद्द कर दिया, क्योंकि देखा गया कि यंग ने संपर्क को बढ़ाचढ़ा कर दिखाया था।
यूनाइटेड के मैनेजर रुबेन अमोरीम ने अपने टीम के पहले हाफ के 'सॉफ्ट' प्रदर्शन पर नाराजगी जताई और सृजन की कमी को लेकर आलोचना की। दूसरी तरफ, एवर्टन के मैनेजर डेविड मोयेस ने महत्वपूर्ण जीत हासिल करने के मौके को गंवाने पर अफसोस व्यक्त किया।
वर्तमान में यूनाइटेड लीग में 15वें स्थान पर है, 30 अंकों के साथ, जबकि एवर्टन 12वें स्थान पर है सिर्फ एक अंक के अंतर से आगे। इस मुकाबले ने बेटो के शानदार प्रदर्शन को उजागर किया है, जो पिछले चार मैचों में पांच गोल कर चुके हैं।
Amit Bamzai
मार्च 5 2025मैच की शुरुआत में एवर्टन का आक्रमण वास्तव में दिल को धड़काने वाला था,
लेकिन यूनेक्तेड ने देर से ही अपना खेल बदल दिया,
ब्रूनो फर्नांडीस का फ्री-कीक बिंदु-से-पॉइंट सटीकता दिखाता है,
मैनुएल उगार्ते का लेफ्ट फुट से गोल टीम को नई उम्मीद देता है,
इस बदलाव ने दोनों पक्षों के बीच रणनीति की गहराई को उजागर किया,
फैंस को यह स्पष्ट हुआ कि मोमेंटम का फैसला अक्सर छोटे निर्णयों में होता है,
रेफरी की वैर निर्णय ने विवाद को फिर से जलाया,
एशली यंग की पेनल्टी रद्दीकरण ने कई लोग सोच में डाल दिया कि VAR कितना भरोसेमंद है,
अक्सर हम देखते हैं कि तकनीक के पीछे भी मनुष्य का हाथ रहता है,
इस कारण कुछ लोग यह सिद्धान्त मानते हैं कि फुटबॉल में सच्चे जज का होना ही पर्याप्त नहीं,
दोनों टीमों के कोचों ने मैच के बाद अपनी-अपनी तकीकी की,
अमोरीम ने टीम की सॉफ्ट शुरुआत को लेकर गहरा निराशा जताया,
मोयेस ने अपने खिलाड़ियों की पीड़ा को समझते हुए कहा कि उनके पास जीत का अवसर था,
अंततः परिणाम का 2-2 ड्रॉ दोनों पक्षों को बराबर अंक दिलाता है,
लेकिन आँकड़े बताते हैं कि बेटो की व्यक्तिगत प्रदर्शन अब तक के सबसे बेहतर निर्यात में है,
कुल मिलाकर, यह मैच हमें याद दिलाता है कि फुटबॉल में उतार-चढ़ाव हमेशा मौजूद रहता है और हर पल नई कहानी लिखता है।