कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में रविवार, 30 अक्टूबर 2025 को खेले गए तीसरे अनौपचारिक वनडे में भारत ए ने ऑस्ट्रेलिया ए को दो विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली। यह जीत सिर्फ एक मैच की बात नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के लंबे समय के लिए वनडे टीम की नींव रखने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण कदम है। जब भारत ए को 317 रनों का पीछा करना था, तो विकेटकीपर-बल्लेबाज प्रभसिमरन सिंह ने 68 गेंदों में 102 रन (8 चौके, 7 छक्के) की धमाकेदार पारी खेलकर मैच का रुख बदल दिया। इसके साथ ही कप्तान श्रेयस अय्यर (62) और रियान पारग (62) ने टीम को संभाला, जबकि टीम 35वें ओवर में 262/3 पर बहुत अच्छी स्थिति में थी — फिर अचानक पांच विकेट 39 रन पर गिर गए।
पारी का अचानक उलटफेर: जब जीत लग रही थी तो डर छा गया
भारत ए की पारी का दृश्य एक फिल्म की तरह था। 35वें ओवर तक टीम लग रही थी कि यह आसान जीत होगी। फिर अचानक — विकेट-पर-विकेट। तीन ओवर में पांच विकेट गिरे। यहां तक कि अनुभवी बल्लेबाज भी बिना बल्ले घुमाए चले गए। यही वजह है कि जब विप्रज निगम और अर्शदीप सिंह ने 21 रन की अपराजित साझेदारी के साथ नौवां विकेट बचाया, तो स्टेडियम में चीखें निकल पड़ीं। अर्शदीप, जिसने पहले मैच में 44 रन दिए थे, उसने इस बार बल्ले से भी जवाब दिया।
दूसरा मैच: तिलक वर्मा की 94 और ऑस्ट्रेलिया का तूफान
सीरीज का दूसरा मैच बारिश के कारण अधूरा रहा। 3 घंटे की बारिश के बाद, डकवर्थ-लुईस के अनुसार ऑस्ट्रेलिया ए को 160 रन बनाने थे — और उन्होंने इसे सिर्फ 16.4 ओवर में पूरा कर दिया। भारत ए की ओर से तिलक वर्मा ने 122 गेंदों में 94 रन (5 चौके, 4 छक्के) बनाए — एक ऐसी पारी जो किसी भी टीम के लिए जीत के लिए पर्याप्त होती। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ओपनर मैकेंजी हैरवे (70*) और कूपर कॉनली (50) ने बल्लेबाजी का अर्थ ही बदल दिया। उनकी जोड़ी ने बारिश के बाद जो बदलाव आया, उसे जीत के लिए बदल दिया। भारत के गेंदबाजों ने इस पारी में 22 चौके और 6 छक्के दिए — जो बहुत ज्यादा था।
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज: जैक एडवर्ड्स का बरसाती जादू
दूसरे मैच में जैक एडवर्ड्स ने चार विकेट लिए — और उनमें से एक था तिलक वर्मा का। उन्होंने भारत ए के ओपनर अभिषेक शर्मा को पहली ही गेंद पर आउट किया — एक गोल्डन डक। यह निराशाजनक शुरुआत थी, लेकिन तिलक ने टीम को बचाया। उनकी और रियान पारग की 101 रन की साझेदारी ने टीम को बचाया। अभिषेक का यह असफल प्रदर्शन अब चर्चा का विषय बन गया है। क्या वह अभी तैयार हैं? या फिर उन्हें और समय चाहिए?
भारत ए के गेंदबाज: अर्शदीप और हर्षित का बदलाव
तीसरे मैच में अर्शदीप सिंह ने 3 विकेट (38 रन) और हर्षित राणा ने 3 विकेट (61 रन) लिए। यह उनकी पारी का बदलाव था — पहले मैच में अर्शदीप की गेंदबाजी बहुत महंगी रही थी। अब वह अपनी गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए टॉड मर्फी (4-42) और तन्वीर सांघा (4-72) ने अच्छा प्रदर्शन किया। मर्फी ने तिलक वर्मा को आउट किया — जो उनके लिए एक व्यक्तिगत जीत थी।
यह सीरीज क्यों मायने रखती है?
यह सीरीज सिर्फ दो टीमों के बीच का मैच नहीं है। यह भारतीय क्रिकेट बोर्ड के लिए एक लैब है। अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, रियान पारग, प्रभसिमरन सिंह — सभी को टीम इंडिया के लिए एक बड़ा अवसर मिला है। इनमें से कौन अगले वर्ष विश्व कप के लिए चुना जाएगा? यह तय हो रहा है। अभी तक, तिलक वर्मा ने अपनी बल्लेबाजी से साबित कर दिया कि वह टीम इंडिया के लिए एक विकल्प हैं। प्रभसिमरन सिंह ने दिखाया कि वह निर्णायक अंत में कैसे खेल सकते हैं। यही वह गुण हैं जो अब टीम इंडिया को चाहिए।
अगला कदम: टीम इंडिया के लिए तैयारी
अगले छह महीनों में भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप के लिए तैयारी करेगा। इस दौरान नवाचारी खिलाड़ियों को अधिक मौके मिलेंगे। क्या श्रेयस अय्यर को टीम इंडिया का कप्तान बनाया जाएगा? क्या प्रभसिमरन सिंह टीम इंडिया का नंबर 5 बल्लेबाज बनेंगे? यह सवाल अब भारतीय क्रिकेट बोर्ड के दरबार में चर्चा का विषय बन गए हैं। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखकर निर्णय लिया जाएगा।
बैकग्राउंड: भारत ए का इतिहास
भारत ए कभी-कभी बहुत बड़ी बातें करता है। इस टीम ने पहले भी वनडे में तीन बार 400 रन पार किए हैं — दुनिया में इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली A-टीम। यह बताता है कि इस टीम के अंदर कितनी ताकत है। लेकिन अब यह सवाल उठ रहा है — क्या ये खिलाड़ी टीम इंडिया में भी उतना ही असर डाल पाएंगे?
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रभसिमरन सिंह की पारी ने भारत ए को कैसे बचाया?
प्रभसिमरन सिंह ने 35वें ओवर में जब भारत ए 262/3 पर था और अचानक पांच विकेट 39 रन पर गिर गए, तो उन्होंने 68 गेंदों में 102 रन बनाकर टीम को बचाया। उनकी धमाकेदार पारी में 8 चौके और 7 छक्के शामिल थे, जिससे टीम को लगा कि जीत संभव है। उनके बाद विप्रज और अर्शदीप ने अपराजित 21 रन की साझेदारी के साथ जीत पक्की की।
तिलक वर्मा की 94 क्यों व्यर्थ गई?
तिलक वर्मा ने 122 गेंदों में 94 रन बनाए, लेकिन भारत ए की शुरुआत बहुत खराब रही — 17/3 तक। जबकि उनकी पारी अच्छी थी, ऑस्ट्रेलिया ए ने डकवर्थ-लुईस के अनुसार सिर्फ 160 रनों का पीछा करते हुए एक जबरदस्त ओपनिंग जोड़ी (हैरवे 70*, कॉनली 50) के साथ इसे आसानी से पूरा कर लिया। भारत के गेंदबाजों ने बहुत सारे चौके और छक्के दिए, जिससे टीम का नुकसान हुआ।
अभिषेक शर्मा का गोल्डन डक क्या बदलाव ला सकता है?
अभिषेक शर्मा का गोल्डन डक एक बड़ी चिंता का विषय है। वह इस सीजन के सबसे चर्चित खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन इस दौरान उन्होंने अपनी बल्लेबाजी का वादा नहीं निभाया। अगर वे टीम इंडिया के लिए चुने जाने हैं, तो उन्हें अब निरंतर प्रदर्शन करना होगा। उनके लिए अगले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन जरूरी होगा।
इस सीरीज के बाद भारत ए के खिलाड़ियों को टीम इंडिया में जगह मिल सकती है?
हां, बिल्कुल। प्रभसिमरन सिंह, तिलक वर्मा, रियान पारग और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ियों को अब टीम इंडिया के लिए लंबे समय के लिए विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। विश्व कप के लिए टीम चुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने उन्हें टीम के लिए एक मजबूत कैंडिडेट बना दिया है।
क्या ऑस्ट्रेलिया ए टीम भी भविष्य के लिए अच्छी तरह तैयार है?
हां। मैकेंजी हैरवे, कूपर कॉनली और टॉड मर्फी जैसे खिलाड़ियों ने दिखाया कि ऑस्ट्रेलिया ए के अंदर भी भविष्य के लिए टैलेंट है। उनकी ओपनिंग जोड़ी और गेंदबाजी ने भारत ए को बड़ी चुनौती दी। अगले वर्ष ऑस्ट्रेलिया टीम इंडिया के खिलाफ विश्व कप में इन्हीं खिलाड़ियों को देखने की संभावना है।
ग्रीन पार्क स्टेडियम का इस सीरीज में क्या योगदान रहा?
ग्रीन पार्क स्टेडियम ने बल्लेबाजों के लिए अच्छा मैदान दिया। तीसरे मैच में 317 रनों का स्कोर बनाया गया, जो इस स्टेडियम पर बहुत अच्छा है। लेकिन बारिश के कारण दूसरे मैच में डकवर्थ-लुईस का उपयोग हुआ, जिससे गेम का रुख बदल गया। यह स्टेडियम अब एक ऐसा स्थान बन गया है जहां भारत ए के युवा खिलाड़ियों के लिए अवसर बन रहे हैं।
Saachi Sharma
नवंबर 2 2025प्रभसिमरन ने जो किया, वो बस एक शतक नहीं, एक बचाव था। बाकी सब बस धुआं था।