जोसेफ प्रभु का निधन: एक संवेदनशील क्षण
टॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु के पिता जोसेफ प्रभु का हाल ही में निधन हो गया है। उनका जाना सामंथा के जीवन में एक अपूरणीय क्षति साबित हुआ है। जोसेफ प्रभु न केवल सामंथा की शुरुआती जिन्दगी में एक उत्कृष्ट पिता थे, बल्कि उनके करियर को आकार देने में भी उनका अहम रोल रहा है। सामंथा, जो अपने परिवार के साथ करीबी संबंधों के लिए जानी जाती हैं, ने इस दुःखद क्षण का साझा इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए किया।
उनकी श्रद्धांजलि में लिखा था, 'जब तक हम फिर से नहीं मिलते, डैड,' और एक टूटे हुए दिल का इमोजी भी था। ये वैचारिक और भावनात्मक खोया सिर्फ सामंथा ही नहीं, उनके प्रशंसकों और समर्थकों के लिए भी भारी रहा है। परिवार के साथ सामंथा के निकटता का एक और उदाहरण उनके पिता जोसेफ के प्रति उनका यह लगाव है।
सातत्यपूर्ण संबंधों के बावजूद चुनौतियों का सामना
भले ही सामंथा अक्सर अपने पिता के साथ अपने सम्बन्धों की जद्दोजहद को साझा करती थीं, फिर भी उनके बीच प्रेम और सम्मान का बंधन था जो न्यूज के रूप में प्रकट हुआ है। सामंथा ने पहले बताया था कि उनके पिता की सख्त परवरिश और उनके सामर्थ्यों को हल्का करके देखने की आदत ने उनके आत्म-सम्मान को प्रभावित किया। उनके कुछ शब्द जो उन्हें लगातार दोहराते थे, जैसे कि वह चालाक नहीं हैं, ने सामंथा के विश्वास को कमजोर किया। उन्होंने इसे भारतीय शिक्षा के मानक के रूप में सामने रखा।
जोसेफ प्रभु का समर्थन
बावजूद इसके, सामंथा के लिए उनका पिता हमेशा एक सहारा बने रहे। यहां तक की सामंथा की निजी जिंदगी के उतार-चढ़ाव में भी जोसेफ प्रभु उनके समर्थन में खड़े रहे। जब सामंथा और अभिनेता नागा चैतन्य का 2021 में तलाक हुआ, तो जोसेफ ने उस वक्त उनके समर्थन का संकेतीय फेसबुक पोस्ट के माध्यम से दिया। उन्होंने सामंथा और नागा के विवाह के समय की पुरानी तस्वीरें साझा की और कहा कि नए शुरुआत की उम्मीद हमेशा रहती है।
सामंथा के करियर में नए कामयाबी
हाल ही में सामंथा का कार्यक्रम 'सिटाडेल: हनी बनी' सफल रहा है, जो एक और कड़ी है उनके करियर के विकास में। अपने व्यस्त जीवन के बावजूद, उन्होंने हमेशा अपने परिवार को प्राथमिकता दी है। अब जब वह इस शोक में हैं, सामंथा और उनका परिवार निजता की मांग कर रहे हैं। उनके प्रशंसकों से यह अपील है कि वे इस मुश्किल समय में इसका सम्मान करें।
ria hari
नवंबर 30 2024मैं गहरी सहानुभूति के साथ यह लिख रहा/रही हूँ कि यह क्षण आपके और आपके परिवार के लिए कितना कठिन होगा।
जोसेफ जी की यादें हमेशा आपके दिल में जीवित रहेंगी और उनका प्यार हमेशा आपके साथ रहेगा।
आपकी इन्स्टाग्राम शॉर्ट स्टोरी ने सभी को आपकी भावनात्मक स्थिति का सही ब्योरा दिया है।
इस दर्द को शब्दों में बयां करना मुश्किल है, लेकिन हम सभी आपके साथ हैं।
आपकी ताकत और धैर्य ने हमेशा आपके करियर को आगे बढ़ाया है।
अब जब आप शोक में हैं, तो अपने आप को थोड़ा समय दें, अपने भावनाओं को महसूस करें।
साथियों और प्रशंसकों के समर्थन को आपाग्रह न करें, यह आपके लिए मददगार होगा।
भले ही आप सार्वजनिक जीवन में हैं, निजी शोक का सम्मान करना आवश्यक है।
अपने पिता के साथ बिताए पलों को याद करके आप उन्हें सहेज कर रख सकती हैं।
उनकी सिखाने वाली बातें और उनके आदर्श आपके भविष्य के फैसलों में मार्गदर्शन करेंगे।
आपने कई बार कहा था कि आपका पिता आपके आत्मविश्वास की नींव था, यह बात अभी और भी सच लगती है।
शोक में दुख की गहराई के साथ-साथ, उनके समर्थन की भावना भी आपके अंदर जगी रहेगी।
आगे बढ़ने के लिए कभी-कभी एक कदम पीछे हटना जरूरी होता है, यह समय है आराम करने का।
हम सब आपके साथ हैं, आपके संघर्षों को समझते हैं और आपके लिए प्रार्थना करेंगे।
सभी प्रशंसकों से विनती है कि इस कठिन समय में उनके प्रति संवेदनशीलता दिखाएँ।
जब आप तैयार महसूस करें, तो फिर से अपने सपनों को आगे ले जायें, पर अपने दिल की सुनना न भूलें।