सोने की कीमतों में बदलाव: वर्तमान स्थिति
भारत में 12 जून, 2023 को सोने की कीमतों में एक बार फिर वृद्धि देखी गई। यह वृद्धि जून महीने के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) डेटा के रिलीज से ठीक पहले हुई है। CPI डेटा का प्रभाव सोने की कीमतों पर इसलिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह ब्याज दरों और मुद्रास्फीति को प्रभावित करता है, जोकी सोने के बाजार में एक बड़ा कारक है।
वर्तमान समय में, 24 कैरेट सोने की कीमत ₹53,640 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत ₹49,450 प्रति 10 ग्राम है। सोने के आभूषणों की कीमतें उनके शुद्धता और स्थान के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं। इस समय का यह उछाल वैश्विक सोने की कीमतों में हुई वृद्धि की वजह से है, जोकि विशेष रूप से अमेरिकी केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर स्थिति की वजह से प्रभावित हो रही हैं।
सोने की कीमतों पर फेडरल रिजर्व का प्रभाव
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निर्णय ने ब्याज दरों को स्थिर रखा है, जिससे डॉलर की कीमत में गिरावट आई है। डॉलर की कीमत में इस गिरावट की वजह से सोने की कीमतों में तेजी से उछाल आया है। सामान्यतः, जब डॉलर की कीमत गिरती है, तो सोने की कीमतें बढ़ती हैं क्योंकि सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें इस समय $1,840 प्रति औंस पर हैं। विश्लेषकों का मानना है कि सोने की कीमतों में यह वृद्धि जारी रहेगी, खासकर वर्तमान भू-राजनीतिक तनाव और सोने की सुरक्षित आश्रय संपत्ति के रूप में बढ़ती मांग के कारण।
निवेशकों के लिए रणनीति
निवेशकों के लिए विशेषज्ञ 'बाय ऑन डिप्स' रणनीति की सलाह देते हैं। इसका मतलब यह है कि उन्हें तब सोने में निवेश करना चाहिए, जब इसकी कीमतें कमजोर होती हैं। यह रणनीति न केवल जोखिम को कम करती है, बल्कि लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न की संभावना भी बढ़ाती है।
इसके अलावा, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने निवेश पोर्टफोलियो को विभिन्न परिसंपत्तियों में विभाजित करें और सोने को उसमें एक निश्चित प्रतिशत आवंटित करें। इससे पोर्टफोलियो का संतुलन बना रहता है और बाजार अस्थिरता से बचाव होता है।
सोने में दीर्घकालिक निवेश
विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि निवेशक केवल अल्पकालिक मूल्य परिवर्तनों के आधार पर निर्णय न लें। सोने का मुख्य लाभ इसके दीर्घकालिक रिटर्न में है, खासकर वे लोग जो मुद्रास्फीति और बाजार अस्थिरता के खिलाफ बचाव चाहते हैं।
जिन लोगों ने पहले से सोने में निवेश किया हुआ है, उन्हें अपनी स्थितियों को बनाये रखने की सलाह दी जाती है। क्योंकि सोने को एक सुरक्षित आश्रय संपत्ति माना जाता है, जो मुद्रास्फीति और बाजार की अस्थिरता के खिलाफ बचाव प्रदान करता है।
भविष्य की संभावनाएं
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले समय में भी सोने की कीमतों में वृद्धि की संभावना बनी रहेगी। इसके पीछे के कारणों में मौजूदा भू-राजनीतिक हालात, वैश्विक अर्थव्यवस्था की अस्थिरता और निवेशकों की सोने के प्रति बढ़ती रुचि है।
निवेशकों को इस समय सही जानकारी और परामर्श की आवश्यकता है, जिससे वे रणनीतिक और सोच-समझकर निर्णय ले सकें।
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