111 का पीछा, 5 गेंदें बाकी—आयरलैंड महिला टीम ने Match 10 में काम ऐसे निपटाया जैसे तय योजना पर टिके हों। 26 अगस्त 2025 को यूरोप डिविजन-1 के T20 वर्ल्ड कप क्वालिफायर में नीदरलैंड महिला टीम 110 पर सिमट गई और आयरलैंड ने जवाब में 19.1 ओवर में 111/3 बना लिए। गैबी लुइस की नाप-तौल वाली 56 (55) और ओरला प्रेंडरगास्ट की 49 (44) ने chase को कभी बिगड़ने नहीं दिया।
मैच का हाल
टॉस जीतकर नीदरलैंड ने बल्लेबाज़ी चुनी, लेकिन शुरू से ही लय नहीं मिल सकी। आयरलैंड की गेंदबाज़ी ने लाइन-लेंथ से दबाव बनाया, डॉट बॉल्स बढ़ती गईं और विकेट बराबर-बराबर गिरते रहे। डच टॉप ऑर्डर छोटी-छोटी पार्टनरशिप से आगे नहीं बढ़ पाया। नतीजा—स्कोर बोर्ड 110 पर थम गया, जो इस स्तर पर चुनौती देने के लिए कम ही है।
आयरलैंड के गेंदबाज़ों ने मिश्रण अच्छा रखा—नई गेंद से सधी हुई गति, बीच के ओवरों में टाइट फील्ड सेटिंग और आखिर में स्लोअर वेरिएशंस। इससे नीदरलैंड के मिडल ऑर्डर की रन बनाने की कोशिश बार-बार अटकती रही। शॉट सेलेक्शन भी चूकता दिखा—लॉन्ग-ऑन और डीप मिड विकेट पर कई बार फील्डर सीधे खेल में आए।
लक्ष्य छोटा था, फिर भी आयरलैंड ने रिस्क नहीं लिया। टॉप पर सीई कौल्टर-राइली (2) जल्दी लौटीं, लेकिन लुइस और प्रेंडरगास्ट ने खेल वहीं से संभाल लिया। दोनों ने स्ट्राइक रोटेट की, खराब गेंदों पर बॉउंड्री निकाली और रनरेट को 6-7 के आसपास बनाए रखा। इस steady अप्रोच का फायदा यह हुआ कि अंतिम ओवरों तक कोई दबाव बना ही नहीं।
गैबी लुइस ने 55 गेंदों में 56 बनाकर एंकर की भूमिका निभाई—कवर ड्राइव और स्क्वेयर के आसपास की स्पेस का लगातार इस्तेमाल किया। दूसरी ओर, ओरला प्रेंडरगास्ट (49) ने गैप ढूंढकर रन चुने और गेंदबाज़ों को एक ही लाइन पर रुकने नहीं दिया। अंत में एमी हंटर 3* और कप्तान लॉरा डेलानी 0* के साथ लक्ष्य पार कराया गया।
डच गेंदबाज़ों में एचडब्ल्यूए लैंडहियर सबसे असरदार रहीं—4 ओवर में 2/17। IJR ज्विलिंग ने 1/24 लेकर शुरुआती सफलता दिलाई। आर राइके ने 4 ओवर में 23 दिए, जबकि डे लैंगे 4 ओवर में 29 रन खर्च कर गईं। एसएनएल सीगर्स ने 3.1 ओवर में 18 रन दिए, पर आयरलैंड की संयमित बल्लेबाज़ी के सामने विकल्प कम पड़ गए।
क्यों मायने रखती है यह जीत
दो अंक सीधे पॉइंट्स टेबल पर और उससे भी बड़ा फायदा—लय और भरोसा। यूरोप डिविजन-1 में हर मैच नेट रन रेट को भी आकार देता है, और 7 विकेट की यह जीत आयरलैंड के अभियान को गति देती है। बैटिंग टेम्प्लेट साफ दिखा: स्थिर शुरुआत, बीच के ओवरों में स्ट्राइक रोटेशन और अंत तक विकेट हाथ में। यही फॉर्मूला नॉकआउट के करीब पहुंचते-पहुंचते सबसे काम आता है।
नीदरलैंड के लिए अलार्म साफ है—पावरप्ले में रन, मिडल ओवर में पार्टनरशिप और डेथ में फिनिश—तीनों जगह लिंक टूट रहे हैं। टीम मैनेजमेंट को या तो टॉप ऑर्डर में एप्रोच बदलनी होगी या फिर बीच में एक स्थायी एंकर ढूंढना होगा जो 12-14 ओवर तक टिके। गेंदबाज़ी में लैंडहियर की लाइन-लेंथ प्रेरक रही, पर सपोर्ट एंड से और मदद चाहिए।
- टॉस: नीदरलैंड ने बल्लेबाज़ी चुनी, पर बड़ा स्कोर नहीं बना सकी।
- नीदरलैंड 110 पर ऑलआउट: पार्टनरशिप नहीं जमीं, आयरलैंड ने दबाव बनाए रखा।
- आयरलैंड का पीछा: लुइस (56)–प्रेंडरगास्ट (49) ने रनरेट कंट्रोल में रखा।
- डच बॉलिंग हाइलाइट: लैंडहियर 2/17—सबसे किफायती और असरदार।
- अंक तालिका प्रभाव: आयरलैंड को 2 अंक और NRR को बढ़त, नीदरलैंड खाली हाथ।
इस मैच ने यही दिखाया कि छोटे लक्ष्य में भी सूझ-बूझ और टेम्पो मैनेजमेंट जीत तय करते हैं। आयरलैंड ने वही किया—बिना घबराहट, बिना फालतू जोखिम। प्रतियोगिता जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, यही संयम उनके लिए बेशकीमती साबित हो सकता है।
Ayan Sarkar
अगस्त 27 2025आयरलैंड ने इस क्वालिफायर में स्ट्राइक रोटेशन को मकसद बनाकर ऑपरेशनल परफॉर्मेंस दिखायी। लुइस और प्रेंडरगास्ट की इनसाइड‑एडजस्टेड इन्फ्लुएंसिंग बैटिंग स्ट्रेटेजी ने प्रोसेस को एक्सप्लोट किया। नीदरलैंड की बॉलिंग कॉम्प्लेक्सिटी यहाँ पर टेम्पो‑ब्रीज हुई।