बंगाल में दंगे की खबरें मिलते ही दहशत होती है। अगर आप वहीं रहते हैं या रिश्तेदार वहां हैं, तो अब सबसे जरूरी काम है सुरक्षित रहना और सच्ची जानकारी पाना। यहाँ आसान, सीधी और काम आने वाली बातें दी जा रही हैं ताकि आप तुरन्त क्या करें और कहाँ जानकारी पाएं, यह समझ सकें।
सबसे पहले स्थानीय प्रशासन की सूचनाएँ देखें — जिला कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर या राज्य सरकार के आधिकारिक ट्विटर/फेसबुक पेज। कर्फ्यू, सड़क बंद, सुरक्षा ज़ोन और राहत शिविर की जानकारी अक्सर यही देते हैं। दूसरे नंबर पर भरोसेमंद न्यूज़ चैनल और हमारी तरह की प्रतिष्ठित न्यूज़ साइट्स पर अपडेट चेक करें।
घबराहट में सोशल मीडिया पर वायरल संदेशों पर भरोसा न करें। एक तस्वीर या वीडियो पुराने किस्से से भी लिया जा सकता है। गलत खबरें घबराहट और नुकसान दोनों बढ़ाती हैं।
1) स्रोत देखें: क्या ट्वीट या पोस्ट सरकारी या प्रमुख न्यूज़-पोर्टल से आया है? अनजान अकाउंट्स पर भरोसा मत करें।
2) तारीख और लोकेशन चेक करें: पोस्ट में दी गई तिथि और जगह सही है या नहीं — कई बार पुरानी घटनाएँ फिर से शेयर होती हैं।
3) रिवर्स इमेज सर्च करें: तस्वीरों के साथ गूगल रिवर्स इमेज या टूल्स से जाँच लें कि वही तस्वीर पहले कही और दिखाई तो नहीं दी।
4) मल्टीपल सोर्स: किसी एक रिपोर्ट पर निर्भर न रहें; कम से कम दो अलग स्रोतों से खबर की पुष्टि होनी चाहिए।
अगर आप रिपोर्ट कर रहे हैं तो तथ्य बताएं — समय, जगह, क्या हुआ और अगर संभव हो तो छोटी वीडियो/तस्वीरें जहाँ चेहरों को अस्पष्ट करें ताकि किसी की सुरक्षा प्रभावित न हो।
क्या करें अगर आप या आपका परिवार सीधा प्रभावित हो? पहले अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें — घर के अंदर सुरक्षित कमरे में रहें, जरूरत के सामान और दवाइयाँ पास रखें। यदि बाहर हैं तो सुरक्षित रूट पर नज़दीकी पुलिस स्टेशन या राहत शिविर की ओर जाएं।
राहत देने और मदद करते समय सावधानी बरतें: नकद या सामान देने से पहले स्थानीय एनजीओ या प्रमाणित राहत शिविर से संपर्क करें। धोखाधड़ी और गलत वितरण रोकने के लिए रसीद और संपर्क विवरण रखें।
कानूनी और प्रशासनिक कदम: यदि आपकी संपत्ति या अधिकारों को नुकसान पहुंचा है, तो पुलिस शिकायत दर्ज कराएँ और स्थानीय प्रशासन/मुक्त वकील सेवाओं से सलाह लें। नुकसान के दस्तावेज जैसे फोटो, गवाह और बिल संभालकर रखें।
हम आपको सलाह देंगे: फोन पर अफवाह फैलाने से बचें, केवल भरोसेमंद चैनल से जानकारी शेयर करें, और अगर सुरक्षित हैं तो अपने आस-पास के कमजोर लोगों की मदद करें। जुना महल समाचार पर इस टैग के तहत हम ताज़ा और फेक्ट-चेकेड खबरें साझा करते रहेंगे — नोटिफिकेशन ऑन रखिए ताकि आप तुरंत अपडेट पा सकें।
अगर आपके पास किसी घटना का भरोसेमंद विवरण है तो रिपोर्ट करें; सही खबरें कई लोगों की जान और माल बचा सकती हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को रामकृष्ण मिशन पर अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्हें संस्थान के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है, लेकिन उन्होंने कुछ विशिष्ट साधुओं की आलोचना की है जिन्होंने राज्य में सांप्रदायिक अशांति भड़काई है।