बुखार अक्सर शरीर का अलार्म होता है — इन्फेक्शन या सूजन के दौरान तापमान बढ़ जाता है। हर बुखार घातक नहीं होता, लेकिन सही समय पर समझना और कदम उठाना जरूरी है। नीचे सीधी-सीधी सलाह है जो आप तुरंत अपना सकते हैं।
सबसे पहले घबराएँ नहीं। ये कदम आम तौर पर मदद करते हैं:
अगर बुखार के साथ बहुत कमज़ोरी, लगातार उल्टी, उठने-बैठने पर चक्कर, या पानी कम पी रहा हो तो डॉक्टर से तुरन्त संपर्क करें।
कुछ संकेत ऐसे हैं जिन पर तुरंत चिकित्सीय सलाह लें या नज़दीकी स्वास्थ्य केन्द्र जाएँ:
ध्यान रखें: बुखार एक लक्षण है, बीमारी नहीं। सही जांच (रक्त, यूरिन, एक्स-रे आदि) से कारण पता चलता है और उपचार सटीक बनता है।
रोकथाम के सरल तरीके — हाथ धोएँ, मास्क का उपयोग करें जब बीमार हों, भीड़ से बचें और टीकाकरण पूरा रखें (जैसे फ्लू वैक्सीन, डेंगू से बचाव के उपाय स्थानीय दिशानिर्देश के अनुसार)।
अगर आप चाहें तो मैं बुखार के प्रकार (बैक्टीरियल बनाम वायरल), बच्चों के लिए सुरक्षित दवाओं की सामान्य जानकारी या घर की नुस्खियाँ लिख कर दे सकता/सकती हूँ—बताइए किस पर और अधिक जानकारी चाहिए।
वयोवृद्ध मलयालम अभिनेता मोहनलाल को हाल ही में कोच्चि के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें तेज बुखार, सांस लेने में कठिनाई और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत थी। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अब वह आराम कर रहे हैं। डॉक्टरों ने उन्हें 5 दिन के आराम और भीड़-भाड़ से बचने की सलाह दी है।