दिल्ली में बारिश अचानक और तेज़ हो सकती है। जब बरसात आती है तो ट्रैफ़िक, पानी भराव और बिजली कट जैसी परेशानी जल्दी दिख जाती है। यहाँ हम सरल भाषा में बता रहे हैं कि बारिश के दौरान तुरंत क्या करें, किस इलाके में सावधानी ज़रूरी है और कहाँ से भरोसेमंद अपडेट मिलेंगे।
बारिश से जुड़ी जानकारी के लिए स्थानीय मौसम विभाग (IMD) की अलर्टें, दिल्ली पुलिस के ट्वीट और जला-महल समाचार की ताज़ा कवरेज सबसे उपयोगी रहती है। ट्रैफ़िक अपडेट के लिए दिल्ली ट्रैफ़िक पुलिस के सोशल मीडिया और नेविगेशन ऐप्स (जैसे Google Maps, Waze) देखें। यदि भारी बारिश के ऑरेंज या रेड अलर्ट जारी हों तो गैर-ज़रूरी बाहर निकलना टालें।
निचले इलाकों और पुराने ड्रेनेज वाले हिस्सों में जलभराव जल्दी हो जाता है। ऐसे इलाकों में वाहन खड़े न करें और बिजली के खुले तारों से दूर रहें। अगर पानी घर के अंदर आने लगे तो महत्त्वपूर्ण सामान ऊंचे स्थान पर रखें और मोबाइल तथा डॉक्युमेंट्स की डिजिटल कॉपी बनाकर रखें।
बारिश शुरू होने पर ये कदम आसान हैं और काम के होते हैं:
अगर काम के लिए निकलना अनिवार्य है तो अपने ऑफिस से फлексिबल टाइम की अनुमति लें या डिजिटल मीटिंग का विकल्प अपनाएँ। बच्चों और बुजुर्गों को अनावश्यक बाहर न भेजें।
हमारी टीम जुना महल समाचार पर दिल्ली की बारिश से जुड़ी रिपोर्ट और तस्वीरें लगातार अपडेट करती है। सड़क बंद, बिजली कट या राहत शिविर जैसी जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट और मोबाइल अलर्ट पर नज़र रखें।
बारिश से होने वाले नुकसान को कम करने में योजना और सतर्कता बहुत असर देती है। छोटी‑छोटी तैयारियाँ—ड्रेन साफ रखना, जरूरी सामान ऊँचा रखना और लोकल अलर्ट सुनना—आपको सुरक्षित रखती हैं। अगर आपकी कॉलोनी या मोहल्ले में पानी भर रहा है तो स्थानीय अधिकारियों से तुरंत संपर्क करें और पड़ोसियों की मदद करने की कोशिश करें।
दिल्ली बारिश से जुड़ी ताज़ा खबरों, चेतावनियों और लाइव फोटोज के लिए जुना महल समाचार पढ़ते रहें। सवाल हो तो नीचे कमेंट करें या हमारी टीम से संपर्क करें—हम लगातार अपडेट देते रहेंगे।
दिल्ली में भारी बारिश के बाद हुए जलभराव के लिए पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने प्लास्टिक कचरे को जिम्मेदार ठहराया और दिल्ली सरकार की निष्क्रियता की आलोचना की। सफदरजंग वेधशाला ने 24 घंटों में सामान्य से तीन गुना अधिक बारिश दर्ज की। शहर में जलभराव, यातायात जाम और सड़कों पर गाड़ियों के फंसने की समस्या को लेकर नागरिकों में रोष है। यादव ने कहा कि व्यक्तिगत व्यवहार में बदलाव और स्थानीय शासन में इसे शामिल करना जरूरी है।