गर्भवती ऐथलीट: कैसे सुरक्षित रखें खुद को और बेबी को

आप एक ऐथलीट हैं और अभी प्रेग्नेंट? चिंता स्वाभाविक है। सही जानकारी से आप ट्रेनिंग जारी रख सकती हैं, पर सुरक्षा सबसे पहले आती है। यह गाइड सीधे, उपयोगी और व्यावहारिक टिप्स देगा — ताकि आप समझ कर स्मार्ट फैसले लें।

कब डॉक्टर से सलाह लें और क्या बताना ज़रूरी है

पहले अपने प्रसूति चिकित्सक (OB/GYN) से बात करें और अपनी स्पोर्ट्स हिस्ट्री, मौजूदा इंटेंसिटी और किसी भी पुरानी चोट के बारे में बताएं। अगर आपकी प्रेगनेंसी हाई-रिस्क है — जैसे प्लेसेंटल प्रॉब्लम, पहले का प्रीटर्म डिलीवरी, अनियमित रक्तस्राव — तो व्यायाम सीमित या रोका जा सकता है।

डॉक्टर को बताने लायक चीजें: आपकी ट्रेनिंग के घंटे, प्रतिस्पर्धा शेड्यूल, किस तरह के कोंटेक्ट या हाई-इम्पैक्ट स्पोर्ट्स आप करते हैं। इसके आधार पर वे हृदय गति सीमाएँ, किस तरह की कसरत सुरक्षित है, और कब रोकने की सलाह देंगे।

प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और पोषण टिप्स

कसरत जारी रखें पर मॉडिफाई करें। कार्डियो का ध्यान रखें — मध्यम तीव्रता पर 150 मिनट प्रति सप्ताह ACOG के सुझाव के अनुसार ठीक माना जाता है, मगर यह हर केस में अलग हो सकता है। हाई-इंटेंसिटी इंटरवल या भारी संपर्क खेलों से बचें।

वेट ट्रेनिंग कर सकती हैं, पर वॉल्टल्वा (दम घेरकर दबाव डालना) से बचें। रैपिड कूद-कूद और ज़्यादा झटके वाली एक्टिविटी घटाएं। पेट पर सीधे झटके या दबाव आने वाली स्थिति न अपनाएं।

पोषण पर ध्यान दें — कैलोरी बढ़ानी होंगी पर खाली कैलोरी नहीं। दूसरे-तीसरे तिमाही में करीब +250–300 kcal सामान्य सिफारिश है, पर आपकी ट्रेनिंग के अनुसार यह बढ़ सकती है। प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और फ़ोलिक एसिड पर खास ध्यान रखें। तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स पर्याप्त लें, खासकर गर्मी में एक्सरसाइज करते वक्त।

सिगनल्स पर ध्यान दें: vaginal bleeding, तेज सिरदर्द, सीने में दर्द, अचानक विज़न में बदलाव, बेहोशी, कम fetal movement, या सांस लेने में दिक्कत मिलते ही तुरंत बंद करें और डॉक्टर को कॉल करें।

पेल्विक फ्लोर और कोर का काम बदलेगा — खास एक्सरसाइज जैसे किगल्स और कंट्रोल्ड ब्रिड्थवर्क फायदेमंद हैं। सूथिंग स्ट्रेचेस और हिप-मोबिलिटी पर काम करें ताकि जन्म के बाद रिकवरी तेज हो।

कब प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए? अगर जोखिम कम है और डॉक्टर ने अनुमति दी है तो कुछ एथलीट्स तक सीमित प्रतिस्पर्धा जारी रखती हैं। लेकिन हर स्पोर्ट अलग है — पंचिंग, हेड-टू-हेड कॉन्टैक्ट, या तेज़ दरार वाले खेलों में जोखिम ज़्यादा होगा।

पोस्टपार्टम वापसी व्यक्तिगत है। सामान्य तौर पर सामान्य प्रसव के बाद 6 हफ्ते और सिजेरियन के बाद 8–12 हफ्ते बेसलाइन माना जाता है, पर यह आपके रिकवरी, डिलीवरी की प्रकृति और बच्चे के साथ स्थिति पर निर्भर करेगा। धीरे-धीरे भार और इंटेंसिटी बढ़ाएँ और अपने शरीर की प्रतिक्रिया देखें।

यदि आप प्रो एथलीट हैं, तो कोच, फिजियोथेरपिस्ट और डॉक्टर की टीम बनाएं। सही मॉडिफिकेशन, पौष्टिकता और आराम से आप सुरक्षित बने रह सकती हैं और जन्म के बाद बेहतर वापसी कर सकती हैं। सुरक्षा पर समझदारी रखने से ही खेल और माँ बनना साथ में संभव है।

प्रेग्नेंट नादा हाफ़ज़ ने ओलंपिक्स 2024 में जीता सबका दिल: प्रेरणादायक कहानी

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31 जुल॰ 2024 द्वारा Hari Gupta

मिस्र की तलवारबाज नादा हाफ़ज़ ने उन दिनों सबका ध्यान आकर्षित किया जब उन्होंने पेरिस ओलंपिक्स में अपनी खेल प्रतियोगिता के बाद सोशल मीडिया पर गर्भवती होने का खुलासा किया। हाफ़ज़ ने महिला सैबर इवेंट में राउंड ऑफ़ 16 तक प्रवेश किया था। उनकी यह उपलब्धि न केवल खेल के क्षेत्र में एक मिसाल है, बल्कि गर्भवती महिला एथलीटों के लिए प्रेरणादायक भी है।