इस्तेमाल की गई गाड़ियाँ — खरीदने का प्रैक्टिकल गाइड

यूज़्ड कार खरीदना दिमाग लगाकर किया गया सबसे अच्छा निर्णय हो सकता है—अगर आप सही तरीके से करेंगे। क्या ब्रांड, बजट या सर्विस हिस्ट्री ज्यादा मायने रखती है? मैं सीधे, आसान स्टेप्स में बताऊँगा जो आपकी खरीददारी को सुरक्षित और समझदार बनाएंगे।

खरीदने से पहले: बजट, रिसर्च और भरोसेमंद स्रोत

सबसे पहले बजट तय करें: कुल खर्च = कीमत + इन्शुरन्स + ट्रांसफर फीस + संभावित सर्विस। ऑनलाइन कीमतें (Cars24, OLX, CarDekho) देख कर रेंज समझ लें। पक्के स्रोत चुनें — अधिक भरोसेमंद हैं: ब्रांड के Certified Pre‑Owned, बड़े डीलर, या अच्छे रिव्यु वाले प्लेटफॉर्म। प्राइवेट सेलर से खरीदते वक्त सावधान रहें और हमेशा वाहन की पूरी हिस्ट्री मांगें।

रिसर्च में मॉडल की आम समस्याएँ, सर्विस कॉस्ट और रिएल-लाइफ माइलेज देखें। स्थानीय मारकेट रेट जान लें ताकि आप ओवरपे न करें।

इंस्पेक्शन और टेस्ट‑ड्राइव चेकलिस्ट

इंस्पेक्शन पर फोकस करें—यहाँ वो चीजें हैं जो हर कार में जरूर देखें:

  • एक्सटीरियर: बॉडी में डेंट, पेंट का मैच, रस्ट के निशान।
  • इंजन: ऑयल लीकेज, धुआँ रंग (ब्लैक/व्हाइट), आवाज़ें।
  • गियरबॉक्स/क्लच: शिफ्ट स्मूद है या झटके आते हैं? ऑटो में स्लिप तो नहीं।
  • सस्पेंशन और ब्रेक: ड्राइव में उचकना या ब्रेक लगाते समय पैड की आवाज।
  • इलेक्ट्रिक: AC, विंडो, लाइट्स, म्यूजिक सिस्टम सब चेक करें।
  • टायर्स: पैटर्न और समान पहनावट; रिम/एलाय का नुकसान।
  • ओडोमीटर और सर्विस बुक: माइलेज सही दिखता है या नोंक-झोंक है।

टेस्ट‑ड्राइव कम से कम 20 मिनट की लें—शहर और हाइवे दोनों पर चलाकरフィール देखें। शक होने पर किसी भरोसेमंद मैकेनिक से प्री‑पर्चेज़ इंस्पेक्शन करवा लें।

कागजात पर ये जरूर देखें: RC बुक, इंश्योरेंस पॉलिसी, Pollution Under Control (PUC), सर्विस रिकॉर्ड, और अगर उपलब्ध हो तो एनओसी/फाइन सर्टिफिकेट। इंजन और चेसिस नंबर RC पर मिलते हों।

नेगोसिएशन की ट्रिक: शुरुआत में नीचे से ऑफर दें, बाजार रेट और किसी मामूली मरम्मत का हवाला दें। बड़े मुद्दों पर छूट मांगें—नया टायर, बीमा कवर या सर्विस वाउचर जोड़वा लें।

फाइनेंस और वारंटी: बैंक लोन लेने पर ब्याज दरें और टेन्योर तुलना करें। Certified cars पर मिलने वाली शॉर्ट‑टर्म वारंटी को प्राथमिकता दें—ये भविष्य का रिस्क कम करती है।

खरीद के बाद पहली चीजें: RC ट्रांसफर तुरंत कराएं, इंश्योरेंस अपडेट करें और कार को अच्छे सर्विस सेंटर पर फुल चेकअप करवा लें। छोटे‑छोटे नोट्स रखें—जिससे बाद में किसी समस्या का सबूत मिल सके।

याद रखें: अच्छी डील वही है जो आपको शांति दे। शॉर्टकट मत लें, सवाल पूछें और दस्तावेज़ कड़ाई से चेक करें। तैयार हैं तो चलो—सचेत खरीदारी आपको पैसे और सरदर्द दोनों बचाएगी।

यूज्ड कार्स पर जीएसटी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी परिषद के फैसलों की जानकारी दी

यूज्ड कार्स पर जीएसटी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी परिषद के फैसलों की जानकारी दी

25 दिस॰ 2024 द्वारा Hari Gupta

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद ने स्पष्ट किया है कि इस्तेमाल की गई गाड़ियों की बिक्री पर कोई नया कर नहीं लगाया गया है। इसके बजाय, सभी पुरानी और इस्तेमाल की गई गाड़ियों, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन भी शामिल हैं, की बिक्री पर एक समान 18% जीएसटी लागू होगा। यह नया प्रावधान केवल पंजीकृत व्यवसायों पर लागू होगा।