लाभांश वो पैसा है जो कंपनी अपने मुनाफे में से शेयरधारकों को देती है। यह नियमित नकद भुगतान या शेयरों के रूप में हो सकता है। आप शेयर खरीदकर सिर्फ कीमत बढ़ने से ही नहीं, बल्कि लगातार लाभांश से भी आय बना सकते हैं।
क्या हर कंपनी लाभांश देती है? नहीं। नई और तेज़ विकास वाली कंपनियां मुनाफे को फिर से व्यवसाय में लगाती हैं, जबकि परिपक्व कंपनियां अपने मुनाफे का एक हिस्सा शेयरधारकों को देती हैं।
सबसे पहले तीन तारीखें समझ लें: घोषणा तिथि (declaration date) — जब कंपनी लाभांश घोषित करती है; रिकॉर्ड डेट — उस दिन जिनके नाम शेयरधारक सूची में होंगे, वही लाभांश के हकदार माने जाते हैं; और एक्स-डेट — इस दिन या उसके बाद शेयर खरीदने पर आप लाभांश के हकदार नहीं होते।
लाभांश यील्ड कैसे निकाले? बहुत आसान: (प्रति शेयर लाभांश ÷ शेयर की बाजार कीमत) × 100. उदाहरण: अगर कंपनी ₹5 प्रति शेयर देती है और शेयर की कीमत ₹100 है, तो यील्ड 5% होगी। पेकिंग रेश्यो (payout ratio) भी देखें — यह बताता है कि कंपनी अपने मुनाफे का कितना हिस्सा बांट रही है।
1) स्थिरता देखें: पिछले 5 सालों में कंपनी ने कितनी बार और कितने प्रतिशत लाभांश दिया? लगातार मिले लाभांश बेहतर संकेत होते हैं।
2) कैश फ्लो और कर्ज: मजबूत फ्री कैश फ्लो और कम कर्ज वाली कंपनी अधिक भरोसेमंद होती है।
3) बहुत ऊँची यील्ड पर सतर्क रहें: 8–10% से ऊपर यील्ड अक्सर अस्थायी या जोखिम भरी हो सकती है। कंपनी के बिजनेस में समस्या हो सकती है।
4) स्पेशल लाभांश और नियमित लाभांश अलग समझें: एक बार दिया गया स्पेशल लाभांश स्थायी आय का भरोसा नहीं देता।
5) पुनर्निवेश विकल्प (DRIP): कई कंपनियाँ या ब्रोकर्स लाभांश को शेयरों में बदलने का विकल्प देते हैं — छोटे निवेशकों के लिए अच्छा तरीका हो सकता है दीर्घकालिक जोड़ने का।
कर की बात करें तो लाभांश पर कर नियम बदलते रहते हैं। अब लाभांश आम तौर पर निवेशक की आय में जोड़ा जाता है और उस पर कर लागू हो सकता है; कंपनी लाभांश पर TDS भी काट सकती है। इसलिए निवेश से पहले हालिया टैक्स नियम चेक कर लें।
किस तरह के निवेशक के लिए लाभांश अच्छा है? अगर आप स्थिर आय चाहते हैं — रिटायरमेंट या साइड-इनकम के लिए — तो उच्च और स्थिर लाभांश देने वाली कंपनियाँ उपयोगी हो सकती हैं। वहीं तेज़ वृद्धि चाहते हैं तो ग्रोथ स्टॉक्स बेहतर होते हैं।
अंत में, टेक्निकल या भावनात्मक निर्णय मत लें। कंपनी के फंडामेंटल, मार्केट कंडीशन और टैक्स को समझकर निर्णय लें। जुना महल समाचार के "लाभांश" टैग पर आप संबंधित खबरें, कंपनी घोषणाएँ और बाजार विश्लेषण पढ़ सकते हैं — नियमित चेक करते रहें और अपनी निवेश योजनाएं स्मार्ट बनाएं।
कैनरा बैंक के निदेशक मंडल ने 26 फरवरी, 2024 को 1:5 के अनुपात में स्टॉक विभाजन को मंजूरी दी, जिसके परिणामस्वरूप शेयर 5.08% की वृद्धि के साथ 119 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। बैंक ने वर्ष 2023-24 के लिए 16.10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के लाभांश की भी घोषणा की।