यहाँ मिलेंगी सीधे-साधे, काम की मूवी समीक्षाएँ जो दिखाती हैं फिल्म कहाँ अच्छा कर रही है और कहाँ नहीं। नाराज़गी या तारीफ़—हम सीधा बताते हैं ताकि आप टिकट या OTT पर टाइम खर्च करने से पहले समझ सकें क्या मिलेगा।
हमारी रिव्यू स्टाइल सरल है: सारांश, प्लस-पॉइंट्स, मायनस पॉइंट्स और किसको देखना चाहिए। स्पॉइलर की ज़रूरत हो तो हम स्पष्ट चेतावनी दे देते हैं। उदाहरण के लिए, हमारी हाल की समीक्षा 'शाहिद कपूर की नई फिल्म देवा' में हमने बताया कि अभिनय ठीक है लेकिन कहानी कमजोर रही—अगर आप एक ब्रैंडेड एक्शन-ड्रामा के बिना स्लीक प्लॉट चाहते हैं तो यह फिल्म आपकी उम्मीदें पूरी नहीं करेगी।
रिव्यू पढ़ते समय इन चार चीज़ों पर ध्यान दें: कहानी/स्क्रीनप्ले, एक्टिंग, निर्देशन और तकनीकी (कैमरा, म्यूज़िक, एडिटिंग)। हर रिव्यू में हम एक छोटी रेटिंग देते हैं ताकि आपको तुरंत अंदाज़ा हो जाए। उदाहरण: 'पुष्पा 2' की बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट में हमने कमाई और दर्शक रिस्पॉन्स दोनों का तफ़्सील से जिक्र किया—अगर आप ब्लॉकबस्टर स्टाइल फिल्म पसंद करते हैं तो यह देखना समझदारी है।
ट्रेलर या टीज़र रिव्यू भी मिलेंगे। जैसे 'यश की टॉक्सिक' टीज़र पर हमारी नज़र: कैरेक्टर अवतार और मूड बनाना कितना सफल रहा, यह हमने साफ लिखा। ट्रेलर से मिलती पहली तस्वीर अक्सर तय करती है कि फिल्म का टोन क्या होगा—हाजिर होने वाला ड्रामा, गैंगस्टर मूव या फुल-फैमिली एंटरटेनर।
हम स्पेसिफिक रहते हैं। सिर्फ यही नहीं कि फिल्म 'अच्छी' या 'खराब' है—हम बताते हैं कौन सा सीन काम करता है, किस हिस्से में कहानी धीमी पड़ती है और किस किरदार ने सचमुच प्रभावित किया। उदाहरण: 'भूत बंगला' कास्टिंग खबर में हमने बताया कि जिशु सेनगुप्ता और अक्षय कुमार की जोड़ी से क्या उम्मीदें बनती हैं और किस तरह फिल्म की टोन प्रभावित हो सकती है।
अगर आप रिव्यू पढ़कर टिकट लेना चाहते हैं तो मुख्य बात: अपनी प्राथमिकता तय करें—कहानी चाहिए या स्टार पावर? पारिवारिक मनोरंजन चाहिए या एडवांस्ड थ्रिलर? हमारी रेटिंग और 'कौन देखें' सेक्शन यही मदद करते हैं।
नई रिलीज़, पुराने रीमेक और बॉक्स ऑफिस अपडेट—सब यहाँ मिलेंगे। हर रिव्यू के साथ हमारी छोटी सलाह पढ़ना न भूलें: कब सिनेमाघरों में जाना ठीक रहेगा और कब OTT पर इंतज़ार करना बेहतर है। जुना महल पर मूवी समीक्षा टैग में हर हफ्ते ताज़ा पोस्ट आते हैं—नज़र रखें और सवाल हो तो कमेंट करके बताइए।
विवेक आत्रेय द्वारा निर्देशित 'सरिपोधा सनीवारम' को एक रोचक एक्शन ड्रामा के रूप में सराहा गया है। नानी, एसजे सूर्याह और प्रियंका अरुल मोहन के जोरदार प्रदर्शन ने फिल्म को उत्कृष्ट बना दिया है। फिल्म के तकनीकी पहलू, विशेषकर जेक्स बिजॉय का संगीत और मुराली की सिनेमैटोग्राफी, प्रभावित करने वाले हैं।