निपाह वायरस: लक्षण, फैलाव और क्या तुरंत करें

निपाह वायरस गंभीर है और तेज़ी से हालत बिगाड़ सकता है। इसका शुरुआती समय (incubation) आमतौर पर 4–14 दिन होता है, पर कुछ मामलों में ज्यादा भी हो सकता है। अगर आपको बुखार, तेज़ सिरदर्द, उल्टी, सांस लेने में दिक्कत या अचानक चेतना में बदलाव दिखे तो इसे नज़रअंदाज़ न करें।

निपाह के लक्षण और पहचान

पहले कुछ दिन सामान्य वायरल बुखार जैसा लगता है — बुखार, सरदर्द, थकान। इसके बाद तेज़ कमजोरी, उल्टी और दिमागी लक्षण (जैसे चक्कर, भ्रम, बेहोशी) आ सकते हैं। कुछ मामलों में तेज़ सांस लेने और निमोनिया जैसे लक्षण भी दिखते हैं। गंभीर केस में एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) हो सकती है और मृत्यु भी हो सकती है।

किसी भी घबराहट देने वाले लक्षण के साथ तुरंत डॉक्टर को बताएं और हाल की यात्रा या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क की जानकारी साझा करें। शीघ्र पहचान ही बचाव की पहली सीढ़ी है।

फैलाव कैसे होता है—और कैसे रोकें

निपाह का मुख्य स्रोत फल खाने वाले चमगादड़ होते हैं। वे फल या ताज़ा खजूर के रस पर वायरस छोड़ सकते हैं। इंसान में संक्रमण इन दूषित चीज़ों से या संक्रमित जानवर/इंसान के निकट संपर्क से हो सकता है। मानव से मानव में फैलना मुख्यतः शारीरिक द्रवों (लार, मूत्र) और सीधे संपर्क से होता है।

सरल और असरदार बचाव— हाथ बार-बार धोएं, कच्चे फल और रस पीने से पहले ठीक से धोएं या पकाएं, अस्वस्थ लोगों के निकट गोद न लें और अगर किसी को सर्दी-जुकाम के साथ तेज बुखार हो तो दूरी बनाकर रखें। अस्पतालों में स्टाफ को पीपीई (मास्क, ग्लव्स, गाउन) का कड़ाई से उपयोग करना चाहिए।

अभी तक आम लोगों के लिए कोई व्यापक वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसलिए सावधानी और तेजी से पहचान सबसे बड़ा हथियार है।

अगर घर में किसी को निपाह का संदेह हो— उसे अलग कमरे में रखें, संपर्क सीमित करें, मास्क और दस्ताने पहनकर ही देखभाल करें, इस्तेमाल की चीज़ों को गर्म पानी और डिटर्जेंट से साफ करें और लोकल हेल्थ अथॉरिटी या डॉक्टर को तुरंत सूचित करें।

मिथक तोड़ें: निपाह सामान्य हवा से इतनी आसानी से नहीं फैलता जितना इन्फ्लुएंजा फैलता है; पर निकट संपर्क और द्रवों से फैलने का खतरہ अधिक है। सामान्य घर की वस्तुओं से जोखिम कम रहता है पर साफ-सफाई जरूरी है।

जुना महल समाचार पर इस टैग से जुड़े ताज़ा अपडेट, सरकारी दिशा-निर्देश और स्थानीय अलर्ट मिलते रहेंगे। अगर आपके इलाके में कोई खबर आये तो सरकारी सलाह माने और अपने डॉक्टर से बात करें। सावधानी रखें, घबराएँ नहीं—समय रहते सही कदम राहत दिला सकते हैं।

केरल में निपाह वायरस का मामला: 14 वर्षीय बालक संक्रमित, कड़े ऐहतियाती कदम उठाए गए

केरल में निपाह वायरस का मामला: 14 वर्षीय बालक संक्रमित, कड़े ऐहतियाती कदम उठाए गए

21 जुल॰ 2024 द्वारा Hari Gupta

केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने मलप्पुरम के 14 वर्षीय बालक में निपाह वायरस की पुष्टि की है। फिलहाल, बालक का इलाज वेंटिलेटर पर हो रहा है। वीणा जॉर्ज ने जनता से मास्क पहनने व अस्पतालों में मरीजों से मिलने से बचने की सलाह दी है। निपाह वायरस की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।