विशाल मेगा मार्ट आईपीओ लिस्टिंग: निवेशकों के लिए खरीदें, बेचें या रखें?

विशाल मेगा मार्ट आईपीओ लिस्टिंग: निवेशकों के लिए खरीदें, बेचें या रखें?

वित्तीय प्रदर्शन और बाजार की उत्सुकता

वित्तीय वर्ष 2024 में विशाल मेगा मार्ट ने अपनी आय और मुनाफे में काफी वृद्धि दिखाई है। कंपनी का राजस्व 26.3 प्रतिशत की सीएजीआर दर से बढ़ा है, जो वित्तीय वर्ष 2022 के ₹5,588.52 करोड़ से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2024 में ₹8,911.95 करोड़ पर पहुंच गया है। इसकी ईबीआईटीडीए (EBITDA) ₹1,248.6 करोड़ तक बढ़ी है और मुनाफा ₹461.94 करोड़ है। यह वृद्धि दर्शाती है कि कंपनी ने एक मजबूत वित्तीय स्थिति स्थापित की है, जिससे निवेशकों के लिए यह आकर्षक विकल्प बन गया है।

शेयरों की बड़ी लिस्टिंग और निवेशकों की रणनीतियाँ

विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ की लिस्टिंग से पहले इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम 25 प्रतिशत बढ़ चुका है, जो दर्शाता है कि बाजार में इस शेयर के लिए कितनी उत्सुकता है। विश्लेषक सुझाव देते हैं कि रूढ़िवादी निवेशक इस लिस्टिंग के बाद लाभ बुक कर सकते हैं, जबकि दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखने वाले निवेशक इसे अभी भी होल्ड कर सकते हैं।

मेहता एक्विटीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रशांत तापसे के अनुसार, उन निवेशकों के लिए यह एक अच्छा अवसर है जिन्होंने आईपीओ में हिस्सा नहीं लिया था। यह उनके लिए शेयर के सम्मोहक मूल्य पर खरीदारी करने का मौका हो सकता है।

संभावनाएं और भविष्य की रणनीतियाँ

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट की शिवानी नइती ने बताया कि 25 प्रतिशत के ग्रे मार्केट प्रीमियम का अर्थ है कि शेयर की लिस्टिंग गेन सम्मानजनक होगी। इसके साथ ही, आनंद राठी के नरेंद्र सोलंकी का मानना है कि लंबे समय के लिए इस स्टॉक में निवेश लाभदायक हो सकता है, खासकर जब इसका पी/ई अनुपात 67.83x और ईवी/ईबीआईटीडीए 28.1x है।

StoxBox की शोध विश्लेषक, आकृति मेहरोत्रा का कहना है कि कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति को देखते हुए, इसकी लिस्टिंग मजबूत हो सकती है। उन निवेशकों के लिए, जिन्हें इस आईपीओ में शेयर मिले हैं, उनके लिए एक मध्यम से दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी जाती है।

भारत में विशाल मेगा मार्ट का प्रभाव

विशाल मेगा मार्ट अपने उत्पादों की विस्तृत रेंज और सस्ती कीमतों के कारण मध्य और निम्न-मध्य वर्ग के उपभोक्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय है। भारत में इसके 645 स्टोर्स हैं, जो इसकी व्यापक उपस्थिति को दर्शाते हैं।

आईपीओ में ₹8,000 करोड़ जुटाए गए, जिसमें से ₹2,400 करोड़ की राशि अंकर निवेशकों से आई है। आईपीओ पूरी तरह से प्रमोटर इकाइयों द्वारा शेयरों की बिक्री का एक प्रस्ताव था, जिससे इसकी फंडिंग रणनीति और विकास लक्ष्यों में स्पष्टता आती है।

कंपनी की भविष्य की योजनाएं

विशाल मेगा मार्ट की लिस्ट‍िंग पर ध्यान देना अहम है क्योंकि इसका भारतीय खुदरा बाजार में महत्वपूर्ण प्रभाव है। कंपनी ने जिस तरह से अपने वित्तीय परिणामों को संभाला है, वह उसकी भविष्य की योजनाओं को दर्शाता है जिसमें आगे के विस्तार और उपभोक्ता बेस के विस्तार शामिल हैं।

निवेशक इन संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए अपनी निवेश रणनीतियों को अपडेट कर सकते हैं, जिससे वे कंपनी के विकास से लाभ उठा सकें। दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखने से न केवल मुनाफा बढ़ सकता है बल्कि इससे बाजार में उनके निवेश का मूल्य भी बढ़ेगा।

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