28 अक्टूबर 2024 को Waaree Energies ने अपना सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) जारी किया, जिसमें शेयरों को मूल मूल्य से 70% प्रीमियम पर बुक किया गया। इस अंकलबिंदु के कारण बाजार में जमकर चर्चा हुई और शुरुआती दिन में शेयर कीमतें उच्चतम स्तर पर पहुँच गईं।
IPO के बाद GMP में अचानक गिरावट
शेयरों की तेज़ी से बढ़ोतरी के बाद, पाँच ट्रेडिंग सत्रों में ग्रॉस मार्केट प्रीमियम (GMP) में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। प्रीमियम स्तर लगभग 45% तक घट गया, जबकि शुरुआती 70% के आसमान को छोड़कर। निवेशकों ने इस गिरावट को दो प्रमुख कारकों से जोड़ा: मूलभूत मूल्यांकन में ख़ामियाँ और बाजार में तरलता की कमी।
दो गुना रिटर्न का सवाल
जब पहली बार सस्टेन्ड प्रीमियम की बात आती है, तो कई विश्लेषकों ने कहा कि "यदि GMP पुनः 70% तक पहुँचता है तो दो गुना रिटर्न मिल सकता है"। परंतु, इस आशा को साकार करने के लिए कंपनी को कुछ प्रमुख निरंतरता संकेत दिखाने होंगे:
- वॉरेई की सोलर मॉड्यूल उत्पादन क्षमता में त्वरित विस्तार।
- विद्युत बाजार में नई सरकारी नीतियों का लाभ उठाना।
- विदेशी बैंकों से फंडिंग के माध्यम से वॉरेई का बैलेंस शीट मजबूत बनाना।
इन चरणों में से कोई भी असफल हो तो GMP की गिरावट जारी रहने की संभावना है, जिससे निवेशकों को द्विगुणित रिटर्न की उम्मीद निराशा में बदल सकती है।
निवेशकों के लिए अब सबसे जरूरी बात यह है कि वे अपनी 'एन्ट्री पॉइंट' और 'एक्ज़िट स्ट्रेटेजी' को स्पष्ट रखें। अगर आप अभी भी वॉरेई के शेयरों को खरीदने की सोच रहे हैं, तो वर्तमान GMP स्तर को देखते हुए शुरुआती कीमत की तुलना में 20-30% अधिक पर बुक करने का जोखिम बढ़ सकता है। दूसरी ओर, यदि आपने पहले ही शेयर खरेदे हैं, तो स्टॉप‑लॉस सेट करना और लाभांश की संभावनाओं को देखना समझदारी होगी।
समग्र रूप से, Waaree Energies के IPO ने भारतीय रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर में नई ऊर्जा का संचार किया है, परंतु निवेशकों को सतर्क रहकर और विस्तृत फंडामेंटल एनालिसिस करके सही निर्णय लेना चाहिए।
Divya Modi
सितंबर 23 2025Waaree Energies का IPO देख कर बाजार में buzz तेज़ हो गया 🚀 प्रीमियम 70% से 45% तक गिरना investors को alert करता है 📉 कृपया fundamentals की गहन जाँच करें 🙏