जब मैमाता बनर्जी, पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री ने दार्जिलिंग में घोर बाढ़‑भूस्खलन के बाद घोषणा की कि सरकार ने 24‑घंटे आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, तब ही असली आँकड़े सामने आए: 23 शव (उनमें सात बच्चे) की पुष्टि हुई, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। यह विनाशकारी घटना 5 अक्टूबर 2025 की देर रात शुरू हुई, जब 12 घंटे में 300 मिमी से अधिक तेज़ बारिश उतरी और लगभग 100 भूस्खलन पैदा हुए।
Arjun Dode
अक्तूबर 6 2025यार, मैमाता बनर्जी ने 24x7 राहत टीम भेजी, यह देख कर थोड़ा भरोसा वाटेगा। लोग अभी भी परेशान हैं, लेकिन ऐसे तेज़ कदम ज़रूरी हैं। आशा है कि बचाव कार्य में सभी जिलों की मदद मिलेगी और आगे भी ऐसी एम्मरजेंसी प्लान बनेंगे।