लेबनान में विस्फोट: हेज़बोल्लाह ने इजरायल पर लगाए घातक हमलों के आरोप

लेबनान में विस्फोट: हेज़बोल्लाह ने इजरायल पर लगाए घातक हमलों के आरोप

लेबनान और सीरिया में विस्फोट: हेज़बोल्लाह पर हमला

लेबनान और सीरिया के कुछ हिस्सों में गुरुवार को हेज़बोल्लाह सदस्यों द्वारा उपयोग किए जा रहे पेजर्स में एक के बाद एक विस्फोट हुए, जिससे लेबनान और इसके आस-पास के क्षेत्र में भारी जानमाल का नुकसान हुआ। इन विस्फोटों में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और लगभग 2,800 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ये पेजर्स, जिन्हें हेज़बोल्लाह लड़ाकों के बीच संवाद के लिए उपयोग किया जाता था, लगभग एक ही समय पर फटे, जिससे व्यापक दहशत फैल गई।

हेज़बोल्लाह ने लगाए इजरायल पर आरोप

हेज़बोल्लाह के अधिकारियों ने इन विस्फोटों के लिए इज़रायल को दोषी ठहराया है, यह दावा करते हुए कि इज़रायल ने इन पेजर्स को हैक कर इन्हें फटने के लिए मजबूर किया। हेज़बोल्लाह ने इसे

टिप्पणि (10)

Divya Modi

Divya Modi

सितंबर 18 2024

हेज्बोला के पेजर फटने की खबर ने क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है 😟⚡️

ashish das

ashish das

सितंबर 19 2024

आपकी टिप्पणी को ध्यान में रखते हुए, यह स्पष्ट है कि इस प्रकार की घटनाएँ अंतर-क्षेत्रीय सुरक्षा ढाँचे में गंभीर प्रश्न उठाती हैं।

vishal jaiswal

vishal jaiswal

सितंबर 20 2024

वर्तमान में हेज़बोल्लाह द्वारा उपयोग किए जा रहे कम्युनिकेशन डिवाइसों की तकनीकी संरचना में संभावित सायबर हमले की संभावना को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए।

Amit Bamzai

Amit Bamzai

सितंबर 21 2024

पहला, विस्फोटों की क्रमिकता यह संकेत देती है कि कोई व्यवस्थित त्रुटि या दुर्भावनापूर्ण कार्य हो सकता है। दूसरा, पेजरों के अंदर मौजूद सॉफ्टवेयर अक्सर अनजान शत्रु एजेंटों द्वारा एक्सप्लॉइट किया जाता है। तीसरा, इस तरह के तकनीकी उपकरणों का उपयोग करने वाले समूहों को साइबर सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षित इकाइयों की आवश्यकता होती है। चौथा, क्षेत्र में लगातार चल रहे संघर्ष ने इस तकनीक की नाजुकता को बढ़ा दिया है। पाँचवाँ, रिपोर्टों में बताया गया है कि कुछ पेजर अनपेक्षित रूप से उच्च तापमान पर कार्य कर रहे थे। छठा, तापीय वायुमंडलीय परिस्थितियों ने भी संभावित विफलता को तेज किया हो सकता है। सातवाँ, हेज़बोल्लाह की संबंधी नेटवर्क में पर्याप्त एन्क्रिप्शन नहीं था। आठवाँ, इज़राइल की साइबर क्षमताएँ विश्व स्तर पर जानी जाती हैं और अक्सर इस तरह के ऑपरेशन्स में प्रयोग होती हैं। नौवाँ, यदि हम इतिहास देखें तो समान घटनाएँ पहले भी हुई हैं, जैसे 2006 में परजीवी सॉफ़्टवेयर का उपयोग। दसवाँ, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने इन घटनाओं पर जांच की मांग की है। ग्यारहवाँ, स्थानीय चिकित्सालयों में बंधे हुए सैकड़ों घायल और रोगियों की संख्या बढ़ रही है। बारहवाँ, इस प्रकार की आपदा से बचने के लिए त्वरित तकनीकी निरीक्षण आवश्यक है।तेरहवाँ, विभिन्न मानवतावादी एजेंसियों ने राहत अभियानों को तेज़ करने की घोषणा की है। चौदहवाँ, भविष्य में इस तरह के उपकरणों की डिज़ाइन में बैकअप सिस्टम को अनिवार्य करना चाहिए। पंद्रहवाँ, अंत में यह स्पष्ट है कि इस त्रासदी में कई स्तरों पर नाकाबंदी और जवाबदेही की आवश्यकता है।

ria hari

ria hari

सितंबर 22 2024

ऐसी दुखद घटनाओं में सभी सशस्त्र समूहों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और शांतिपूर्ण समाधान की ओर कदम बढ़ाना चाहिए।

Alok Kumar

Alok Kumar

सितंबर 23 2024

लगता है यह सब इज़राइल की साजिश है, उनके द्वारा डिजिटल जाल बिछा कर विरोधियों को नष्ट किया जाता है।

Nitin Agarwal

Nitin Agarwal

सितंबर 24 2024

पेजर फटने की वजह तकनीकी गड़बड़ी हो सकती है।

Ayan Sarkar

Ayan Sarkar

सितंबर 25 2024

सच्चाई यह है कि यह सब एक बड़े वैश्विक नेटवर्क द्वारा संचालन किया गया है, जिसमें कई देशों के रहस्य एजेंट सहयोग कर रहे हैं।

Amit Samant

Amit Samant

सितंबर 26 2024

इस स्थिति में अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी संगठनों को तुरंत हस्तक्षेप करके विस्थापित लोगों की मदद करनी चाहिए।

Jubin Kizhakkayil Kumaran

Jubin Kizhakkayil Kumaran

सितंबर 28 2024

इज़राइल हमेशा ही अपने पड़ोसी को रोकने के लिए इस तरह के काले ऑपरेशन चलाता है, हमें उनका मुकाबला करना चाहिए।

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