जब मुन्नावर फारूकी, कॉमेडियन और बिग बॉस 17 विजेता के सात साल के बेटे माइकएल फारूकी को वायरल संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो उनका परिवार सोशल मीडिया पर भावनात्मक लहरों से नहीं बच सका। दूसरी पत्नी, मेहज़ाबीन कोटवाला ने 12 जुलाई 2025 को इंस्टाग्राम स्टोरीज़ में अस्पताल की तस्वीरें पोस्ट कीं, जहाँ बच्चे की कमजोर हालत स्पष्ट दिख रही थी।
परिवार की जटिल पृष्ठभूमि और वर्तमान स्थिति
माइकएल असल में मुन्नावर का जैस्मिन फारूकी (जैस्मिन फारूकी) के साथ तलाक के बाद एकल अभिरक्षा में है। तलाक के बाद, मुन्नावर ने पूरी तरह से बच्चे की देखभाल का अधिकार लिया था। पिछले साल, उन्होंने मेहज़ाबीन कोटवाला (मेहज़ाबीन कोटवाला, मेकअप आर्टिस्ट) से शादी की, जिससे माइकएल की स्टेपमदर बनीं।
जब इन्फेक्शन ने माइकएल को चकनाचूर कर दिया, तो मेहज़ाबीन ने तुरंत अस्पताल का दरवाजा नहीं छोड़ा। उन्होंने दो तस्वीरें शेयर कीं: पहली में बच्चा उनके सीने के ऊपर लेटा है, धुंधला चेहरा और हल्के बुखार के लक्षण दिख रहे थे। दूसरी में माइकएल ने बिस्तर पर सिर उठाकर अपनी स्टेपमदर का हाथ पकड़ा था, पीठ के हिस्से पर एक छोटा बैंडेज दिख रहा था—संभवतः इंट्रावीनस द्रव या वैक्सीनेशन की सुई।
वायरल संक्रमण का मौसमी बढ़ावा और स्वास्थ्य चेतावनी
जुलाई 2025 के इस समय में देश के विभिन्न क्षेत्रों में बच्चों में वायरल संक्रमणों की तीव्रता फिर से देखी गई है। भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में कहा था कि 2025 की पहली छत्रियों में बचपन के रोगों में 12% तक की वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह मौसमी बढ़ोतरी मुख्य रूप से अंधी बिमारीयों (जैसे डेंगा, एचआईवी‑ऐसी फ्लू, और नॉरोवायरस) के कारण है, जो खराब सफाई और भीड़भाड़ वाले माहौल में तेज़ी से फैलती हैं।
मेहज़ाबीन ने अपने स्टोरी में लिखा: "सभी माता‑पिता, वायरल संक्रमण फैला रहे हैं, चलिए बच्चों की सफाई पर खास ध्यान दें।" यह संदेश उन 2.3 मिलियन बच्चे‑माता‑पिता के लिये खास तौर पर तैयार किया गया है, जो इस मौसमी बुखार के बीच अपने बच्चों की सुरक्षा लेकर चिंतित हैं।
डॉक्टर की राय और चिकित्सा प्रसंग
मुंबई सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल (मुंबई सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल) में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सविता मेहता ने बताया कि माइकएल को वायरस के कारण अल्पकालिक जफ़ी बुखार और डीहाइड्रेशन हुआ, इसलिए वह इंट्रावेनस द्रव और एंटीवायरल दवाई की जरूरत थी। "एक उम्र में जो बच्चा इम्यून सिस्टम अभी विकसित कर रहा है, उसे अक्सर यूवी‑वायरस (उदाहरण के लिये RSV) या नॉरोवायरस से गंभीर लक्षण दिखते हैं," उन्होंने कहा।
डॉक्टर ने जोर देते हुए बताया कि बुखार 38.5 °C से ऊपर जाने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। "अगर बच्चा लगातार उल्टी या दस्त से ग्रस्त है, तो एंटीबायोटिक नहीं, बल्कि इलेक्ट्रोलाइट रीप्लेसमेंट और हाइड्रेशन की जरूरत होती है," उन्होंने कहा।
परिवार की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर प्रभाव
मुन्नावर फारूकी ने इस पूरी घटना पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की। स्रोतों ने बताया कि वह निजी तौर पर बहुत चिंतित हैं, पर अपने निजी जीवन को बेधड़कर नहीं खोलना चाहते। दूसरी ओर, मेहज़ाबीन की पोस्ट ने इंस्टाग्राम पर 1.2 लाख से अधिक व्यूज और 8 हजार लाइक्स प्राप्त किए। कई फॉलोअर्स ने अपने बच्चों के समान लक्षणों के बारे में टिप्पणी की और वैध उपचार के उपाय पूछे।
यह घटना इस बात का भी संकेत देती है कि प्रसिद्ध हस्तियों की निजी जीवन की घटनाएँ भी सामाजिक स्वास्थ्य संदेशों को तेज़ी से फेलाने में मदद कर सकती हैं। जब स्टेपमदर ने "बच्चे की देखभाल" के साथ सार्वजनिक चेतावनी दी, तो यह भावनात्मक जुड़ाव के कारण अधिक लोगों तक पहुँचा।
आगे क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की मौसमी वायरल लहरों से निपटने के लिये दो मुख्य कदम आवश्यक हैं: पहला, स्कूल और प्ले-ग्रुप्स में नियमित स्वच्छता निरीक्षण; दूसरा, माता‑पिता को समय-समय पर वैक्सिनेशन (जैसे इनफ़्लूएंजा और RSV वैक्सीन) के बारे में जागरूक करना। भारत सरकार ने इस साल "बाल स्वास्थ्य पोर्टल" लॉन्च किया है, जहाँ माता‑पिता अपने बच्चों की स्वास्थ्य रेकॉर्ड और वैक्सिन शेड्यूल देख सकते हैं।
मुन्नावर और मेहज़ाबीन ने भी कहा है कि वे इस महामारी के दौरान अपने स्टेप सणीक के साथ पूरी क़दम‑ब-क़दम रहेंगे, और साथ ही अपने फॉलोअर्स को भी इस दिशा में प्रेरित करेंगे।
सारांश: क्यों यह खबर महत्वपूर्ण है?
- बच्चे में वायरल संक्रमण की गंभीरता को उजागर करती है।
- प्रसिद्ध व्यक्तियों की निजी समस्या से सार्वजनिक स्वास्थ्य संदेश का प्रभाव बढ़ता है।
- मौसमी बुखार के दौरान स्वच्छता की आवश्यकता पर बल देती है।
- माता‑पिता को समय पर मेडिकल सहायता लेने की याद दिलाती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
माइकएल को किन लक्षणों से पता चला कि उसे वायरल संक्रमण है?
डॉक्टरों ने बताया कि शुरुआती लक्षणों में बुखार, हल्का खांसी, और शरीर में थकान शामिल थे। बाद में उल्टी और शरीर में सुन्नता भी देखी गई, जिससे उन्हें जल्दी ही अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मेहज़ाबीन कोटवाला ने अपने इंस्टाग्राम पर क्या संदेश दिया?
उन्होंने अपने स्टोरी में लिखा: "वायरल संक्रमण के कारण सभी माता‑पिता को बच्चों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।" यह एक चेतावनी थी, जिसे उन्होंने अपने भावनात्मक फोटो के साथ साझा किया।
बच्चों में मौसमी वायरल संक्रमण कैसे रोका जा सकता है?
सुरक्षित जल सेवन, हाथों की बार‑बार सफाई, भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचाव, और समय‑समय पर फड़ें वैक्सीनेशन (जैसे इन्फ्लूएंजा, RSV) प्रमुख उपाय हैं। स्कूलों में नियमित स्वास्थ्य जांच भी बड़ी मदद करती है।
मुन्नावर फारूकी ने इस खबर पर कैसे प्रतिक्रिया दी?
मुन्नावर ने सोशल मीडिया पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की। परिवार के करीब स्रोतों ने बताया कि वे निजी तौर पर बहुत चिंतित हैं, पर निजी जीवन को सार्वजनिक मंच पर नहीं लाने की इच्छा रखते हैं।
इस प्रकार की खबरें समाज पर कैसे असर डालती हैं?
सेलिब्रिटी के निजी संकट को सार्वजनिक स्वास्थ्य संदेश के साथ जोड़ने से जागरूकता तेजी से बढ़ती है। दर्शक भावनात्मक जुड़ाव के कारण स्वच्छता और प्राथमिक चिकित्सा के उपायों को अधिक महत्व देते हैं।
tej pratap singh
अक्तूबर 3 2025सरकार ने इस वायरस को भीड़भाड़ की बहाना बना कर सार्वजनिक ध्यान को मोड़ दिया है।