कभी सोचा है कि कोई समय ठीक नहीं माना जाता और फिर वही काम टल जाता है? यही वजह है कि लोग 'अशुभ मुहूर्त' देखते हैं। असल में अशुभ मुहूर्त वे समय होते हैं जिनमें शुभ कार्य टालने की परम्परा रही है—जैसे शादी, गृहप्रवेश, नए व्यापार की शुरुआत। पर ध्यान रखें: हर परिस्थिति अलग होती है।
पाँच आसान नाम जिन्हें लोग सामान्यतः अशुभ मानते हैं: राहुकाल, यमगंड (यमगंड़ा), गुलिक, भद्रा और अमावस्या/ग्रहन के समय। - राहुकाल: दिन का एक निश्चित हिस्सा जिसे पौराणिक मान्यताओं के अनुसार संयमित रखा जाता है। समय शहर के अनुसार बदलता है। - यमगंड और गुलिक: इनका भी पञ्चांग में विशेष स्थान होता है और व्यापारिक या विवाह जैसे बड़े कामों में टाला जाता है। - अमावस्या/ग्रहन: कई लोग इन दिनों नए काम शुरू नहीं करते।
ये नाम सुनने में कठोर लग सकते हैं, लेकिन आधुनिक जीवन में इन्हें एक तरह की रोक-टोक के तौर पर भी देखा जा सकता है—कभी-कभी समय सही नहीं होता, कभी ग्रह-स्थिति प्रभावित करती है।
पहला कदम: शहर व समय के अनुसार पञ्चांग देखें। राहुकाल और गुलिक का समय हर शहर में बदलता है, इसलिए मोबाइल पर मूहूर्त कैल्कुलेटर या स्थानीय पण्डित से मिलें। दूसरे कदम: काम की प्रकृति पर ध्यान दें—तनाव वाले मेडिकल ऑपरेशन या आपात स्थिति में मूहूर्त प्राथमिक नहीं होता। तीसरा कदम: अगर बड़ा कार्यक्रम है तो एक वैकल्पिक शुभ समय पहले से तय रखें ताकि अचानक बदलने पर निर्णय लेना आसान रहे।
व्यावहारिक सुझाव: - ऑनलाइन मूहूर्त टूल: शहर चुनें और दिन भर के राहुकाल/यमगंड देख लें। - पण्डित या ज्योतिषी केवल सलाह के लिए लें, अंतिम निर्णय तथ्यों और सुविधाओं पर ही लें। - अगर समय सीमित है तो छोटे परिवर्तन (घंटा बदलना, दिन आगे-पीछे करना) ही काफी होते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल: - क्या हर काम के लिए मूहूर्त जरूरी है? नहीं। रोज़मर्रा के छोटे कामों में ज़रूरी नहीं, मगर शादी, निवेश, घर खरीदने जैसे बड़े फैसलों में लोग इसे देखते हैं। - राहुकाल कब नहीं देखें? बिलकुल निश्चित नियम नहीं, पर निवेश या शादी जैसे कामों में राहुकाल टालना सामान्य होता है। - ग्रहन के समय क्या करें? धार्मिक परंपरा के अनुसार विशेष उपाय होते हैं; अगर विकल्प हो तो महत्वपूर्ण काम टाल दें।
अंत में, मूहूर्त एक मार्गदर्शक है, निर्णायक नहीं। आधुनिक समय और आवश्यकताओं को देखते हुए संतुलन बनाए रखना समझदारी है। अगर आप चाहें तो हमारे पेज पर उपलब्ध मूहूर्त टैग से संबंधित लेख और सुझाव पढ़ें—यहाँ आप शहर-विशेष मूहूर्त, पंचांग अपडेट और ताज़ा सलाह पा सकते हैं।
आज का तेलुगु पंचांग 1 जून 2024 के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं के समय की जानकारी देता है। विक्रम संवत 2080, शक संवत 1945 और हिजरी वर्ष 1445 के अनुसार यह दिन विशेष ध्यान देने योग्य है। चंद्रमा मीन राशि में है और उत्तराभाद्र नक्षत्र सुबह 3:16 बजे तक रहेगा। पूरे दिन पंचक काल रहेगा। शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:02 से 4:43 तक, विजया मुहूर्त दोपहर 2:38 से 3:33 तक है।