हैंडशेक निरादर: क्रिकेट में अपमान का राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव

हैंडशेक निरादर एक ऐसा संकेत है जो खेल के दायरे से बाहर निकलकर राजनीति, एक ऐसा क्षेत्र जहाँ शारीरिक अभिव्यक्तियाँ राष्ट्रीय भावनाओं को प्रतिबिंबित करती हैं का हिस्सा बन गया है। यह सिर्फ एक अनदेखी गलती नहीं, बल्कि एक जानबूझकर भेजा गया संदेश है — जिसमें सम्मान, विश्वास और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों का अस्तित्व सवाल में आ जाता है। जब एक खिलाड़ी दूसरे के हाथ को नहीं पकड़ता, तो यह केवल खेल के नियमों का उल्लंघन नहीं होता, बल्कि सामाजिक संकेत, एक ऐसा अदृश्य भाषा जिसे दर्शक और टीम दोनों समझते हैं का उल्लंघन होता है।

इसका असर खेल के मैदान पर नहीं, बल्कि सोशल मीडिया, टीवी डिबेट और ताज़ा खबरों तक फैल जाता है। जब क्रिकेट, भारत और पाकिस्तान के बीच एक ऐसा खेल जहाँ जीत-हार से ज्यादा भावनाएँ जुड़ी होती हैं में हैंडशेक नहीं होता, तो इसे राष्ट्रीय अपमान के रूप में लिया जाता है। ऐसे मामलों में, खिलाड़ियों का व्यवहार उनकी टीम का प्रतिनिधित्व माना जाता है। यही कारण है कि शॉन पॉलक की गलती जब उन्होंने पाकिस्तान के कप्तान को भारत का कह दिया, तो यह एक छोटी भूल नहीं, बल्कि एक बड़ा विवाद बन गया। इसी तरह, एक हैंडशेक न करने का फैसला भी एक बड़ी घटना बन जाता है।

यह सिर्फ खिलाड़ियों का मामला नहीं है। यह उनके फैन्स, टीम बॉडी, और अक्सर सरकारों के लिए भी एक चुनौती बन जाता है। जब दो देशों के बीच तनाव होता है, तो खेल के मैदान पर हैंडशेक निरादर को एक राजनीतिक शस्त्र बना लिया जाता है। यह बात बहुत स्पष्ट है — एक छोटा सा अनादर बड़े संघर्षों की शुरुआत कर सकता है। लेकिन इसका दूसरा पहलू भी है: कभी-कभी यह एक खिलाड़ी की आत्मिक भावनाओं का प्रतिबिंब होता है — थकान, दबाव, या व्यक्तिगत अनुभव।

इस पेज पर आपको ऐसे ही मामलों की विस्तृत जानकारी मिलेगी — जहाँ एक हैंडशेक के अभाव ने टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच खेल के नियमों के बारे में बहस छेड़ दी, जहाँ बाबर आज़म के बाहर रहने का फैसला उनके खेल के तरीके को नहीं, बल्कि उनकी भावनाओं को दर्शाता है, और जहाँ एक शतक या एक जीत भी उसी तरह अपमान की भावना को भुला नहीं पाती। आप यहाँ ऐसे ही वास्तविक घटनाओं को देखेंगे, जिनमें खेल ने राजनीति को छू लिया।

भारत के हैंडशेक निरादर से नाराज पाकिस्तान कप्तान सलमान अली अघा ने बाद की समारोह में हिस्सा नहीं लिया

भारत के हैंडशेक निरादर से नाराज पाकिस्तान कप्तान सलमान अली अघा ने बाद की समारोह में हिस्सा नहीं लिया

4 नव॰ 2025 द्वारा Hari Gupta

भारत के हैंडशेक निरादर के बाद पाकिस्तान कप्तान सलमान अली अघा ने पोस्ट-मैच समारोह में हिस्सा नहीं लिया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इसे खेल की भावना के खिलाफ बताया।