प्राकृतिक आपदा — जल्दी तैयार होने और सुरक्षित रहने के ठोस तरीके

प्राकृतिक आपदाएं अचानक आती हैं — भूकंप, बाढ़, तूफान या भारी बारिश। क्या आप जानते हैं कि थोड़ी तैयारी ही आपकी और परिवार की जान बचा सकती है? यहाँ सीधे, आसान और काम आने वाले कदम दिए गए हैं जिन्हें आप अभी लागू कर सकते हैं।

तयारी — पहले क्या करें

घर पर एक आपातकालीन किट रखें: पर्ची पर परिवार के नाम, प्राथमिक दवाइयाँ, बैंड-ऐड, टॉर्च, अतिरिक्त बैटरी, खाने-पीने की 72 घंटे की आपूर्ति, पानी (कम से कम 3 लीटर प्रति व्यक्ति/दिन), पावर बैंक और बहुभाषी आपातकालीन नंबर की सूची।

एक परिवारिक जुड़ाव योजना बनाएं: मिलने की जगह तय करें, मोबाइल नेटवर्क न होने पर क्या कदम उठाएँ, और बच्चे/बुजुर्ग कहाँ सुरक्षित रहेंगे। बच्चों और बुजुर्गों की खास जरूरतों के अनुसार किट में आइटम जोड़ें।

घर की कमज़ोरियों को देखें: छत, खिड़की और फर्नीचर सुरक्षित हैं या नहीं। भारी सामान ऊँचे स्थान पर रखें ताकि भूकंप या झटके में चोट न हो। गैस और बिजली उपकरणों की नियमित जांच कराएँ।

आपदा के दौरान क्या करें

भूकंप में: झुकें, ढँकें और पकड़ें (Drop, Cover, Hold)। दरवाजों से दूर रहें और भारी फर्नीचर के पास नहीं खड़े हों। बाहर जाने से पहले ऊपर गिरने वाले सामान का ध्यान रखें।

बाढ़ में: उच्च स्थान पर जाएँ। पानी में चलना जरूरी हो तो रेंगते हुए स्थिर जगह पकड़कर जाएँ। कभी बिजली के पास पानी के पास हाथ न लगाएँ। बहाव तेज हो तो वाहन छोड़ दें और ऊँचा स्थान खोजें।

तूफान/आग में: किनारे की दीवारों और मजबूत ढाँचे के पास रहें। आग लगे तो पहले खुद की सुरक्षा और फिर मदद। धुएँ में नाक-मुँह पर गीली कपड़ा बांधें और निचले स्तर पर रहें।

संदेश और सूचनाएँ: स्थानीय प्रशासन, मौसम विभाग और रेडियो से जानकारी लेते रहें। सोशल मीडिया पर आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें और अफवाह न फैलाएँ।

पहले मदद कैसे दें: छोटी-छोटी चोटों पर बैंडेज करें, भारी चोटें होने पर पेशेवर मदद का इंतज़ार करें। घबराहट कम करने के लिए शांत रहें और दूसरों को समझाएँ।

बाद में — पुनर्वास और सुरक्षा: नुकसान का फोटो लें, बीमा कंपनी को सूचित करें और आवश्यक दस्तावेज सुरक्षित रखें। पीने के पानी और खाने की सफाई पर ध्यान दें। घर की संरचना में दरारें दिखें तो इंजीनियर से जाँच कराएँ।

समुदाय के साथ मिलकर काम करें: पड़ोसियों के साथ बचाव योजना साझा करें और जरूरतमंदों की मदद करें। स्थानीय बचाव दल और प्रशासन की हिदायतों का पालन करें।

अंत में, खुद से सवाल पूछें: क्या मेरी किट तैयार है? क्या हर सदस्य योजना जानता है? समय-समय पर ड्रिल करें — तैयारी ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है।

हिमाचल प्रदेश में भारी बादल फटने से तबाही: एक की मौत, 50 से अधिक लापता

हिमाचल प्रदेश में भारी बादल फटने से तबाही: एक की मौत, 50 से अधिक लापता

2 अग॰ 2024 द्वारा Hari Gupta

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं से भारी तबाही मची हुई है, जिसके परिणामस्वरूप एक व्यक्ति की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग लापता हैं। रामपुर और मलाणा सहित कई स्थानों पर प्रमुख बादल फटे जिससे बाढ़ का कहर बरपा। प्रशासन और राहत टीमें लगातार बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।