शेयर बाजार में हर खबर का असर सीधा आपकी जेब पर पड़ सकता है। इस टैग पेज पर आपको ऐसे लेख मिलेंगे जो ब्रेकिंग न्यूज, रेगुलेटरी अपडेट और कंपनियों की बड़ी घटनाओं को साफ़ और सरल भाषा में बताते हैं। यहाँ SEBI की कार्रवाइयों, बड़ी कंपनियों के फैसलों और मार्केट को प्रभावित करने वाले मौद्रिक या राजनीतिक कदमों की खबरें मिलेंगी।
हम जानकारियों को जटिल शब्दों में नहीं बाँधते। अगर किसी कंपनी पर जुर्माना लगा है, या RBI से जुड़े बड़े बदलाव हैं, या देशव्यापी हड़ताल/नीतियों का असर बाजार पर पड़ने वाला है — वो सब यहाँ समय पर और समझने लायक तरीके से मिलेगा।
खबर पढ़ते समय इन चीजों पर नजर रखें: कंपनी या नियामक का नाम, खबर का तात्कालिक असर (उदाहरण: शेयर गिर सकते हैं या तेजी आ सकती है), और क्या यह लंबी अवधि का असर देगा। उदाहरण के लिए, SEBI की कार्रवाइयाँ (जैसे किसी ब्रोकरेज हाउस पर जुर्माना) सीधे निवेशकों के भरोसे और ब्रोकिंग लागत को प्रभावित कर सकती हैं। किसी बड़े राजनीतिक फैसले या व्यापार समझौते की खबरें भी सेक्टोरल मूवमेंट ला देती हैं।
अपडेट पढ़ते वक्त स्रोत और तारीख देखें। अगर समाचार में संख्या या आंकड़े दिए हैं (जुर्माना राशि, बाजार सूचकांक में गिरावट) तो उन्हें नोट कर लें। यही छोटी-छोटी बातें ट्रेडिंग या लॉन्ग-टर्म निवेश निर्णय में काम आती हैं।
1) खबर से तुरंत भाव में आने वाले उतार-चढ़ाव को छोड़कर ठंडा दिमाग रखें। छोटी खबरें अक्सर दिनभर में पलट भी सकती हैं।
2) किसी कंपनी की खबर पर कार्रवाई करने से पहले उसके फंडामेंटल और तिमाही नतीजों की अहमियत देखें। रिपोर्ट्स और रेगुलेटरी नोटिस पढ़ना फायदेमंद रहता है।
3) जोखिम बांटें — एक सेक्टर या एक शेयर पर सारा पैसा नहीं लगाना चाहिए।
4) नियमों में बदलाव और सरकारी फैसलों पर नजर रखें। टैग पेज पर ऐसी खबरें अक्सर आती हैं—GST, ट्रेड समझौते, RBI या बड़े प्रशासनिक बदलाव — जो बाज़ार का रुख बदल सकते हैं।
5) तेज़ खबरों के साथ-साथ विश्लेषण पढ़ें। केवल हेडलाइन देखकर निर्णय लेने से बचें।
यह टैग पेज रोज़मर्रा की खबरों को समझने में आपकी मदद करेगा — चाहे आप नया निवेशक हों या सक्रिय ट्रैडर। खबरें पढ़ें, समझें और फिर अपना कदम रखें। यहां मिलने वाली सूचनाएँ सीधे और उपयोगी हैं ताकि आप बाजार के बदलते माहौल में बेहतर फैसले ले सकें।
IEX के शेयर अचानक ₹303.80 से गिरकर ₹139.20 तक पहुंचे, जिससे निवेशक असमंजस में हैं। बाजार कपलिंग नीति के कारण IEX की मार्केट लीडरशिप खतरे में है। शेयरों में लगातार गिरावट, सरकारी फैसलों और संभावित प्रतिस्पर्धा ने माहौल में खलबली पैदा कर दी है। विशेषज्ञ सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।
आईटीसी होटल्स के शेयरों ने एनएसई पर 31% छूट के साथ 180 रुपये की खोज मूल्य पर सूचीबद्धता की है और बीएसई पर 188 रुपये पर। यह लिस्टिंग आईटीसी होटल्स के डिमर्जर के बाद हुई है, जो शेयरधारकों के लिए मूल्य अनलॉक करने के उद्देश्य से की गई थी। आईटीसी होटल्स का बाजार पूंजीकरण 37,461 करोड़ रुपये से अधिक है।
विशाल मेगा मार्ट के शेयर आज शेयर बाजार में लिस्टिंग कर रहे हैं। आईपीओ को निवेशकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम 25% तक बढ़ गया है। विश्लेषकों की सलाह है कि रूढ़िवादी निवेशक लिस्टिंग गेन के 25% से अधिक होने पर लाभ बुक करें, जबकि दीर्घकालिक निवेशक शेयर को बनाए रखते हुए अड़ने रिस्क को नजरअंदाज कर सकते हैं।
स्विगी के शेयरों का ग्रे मार्केट में मूल्य 130 रुपये पर पहुँच गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, स्विगी के आईपीओ का मूल्य बैंड 371 से 390 रुपये के बीच हो सकता है। यह आईपीओ 6 नवंबर, 2024 को बोली के लिए खुलेगा। SEBI द्वारा स्विगी के आईपीओ को मंजूरी मिलने के बाद, निवेशकों में भारी उत्साह देखा जा रहा है, जो इस सार्वजनिक लिस्टिंग की सफलता की उम्मीदें बढ़ा रही हैं।
भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार, 22 अक्टूबर 2024 को भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 900 अंकों से अधिक गिरा, जबकि निफ्टी 24,500 के स्तर से नीचे चला गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों के बिकवाली के चलते बाजार का गिरना भी एक बड़ा कारण रहा। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि लघु और मध्यम अवधि में आर्थिक मंदी के संकेतों और मुनाफावसूली ने निवेशकों के भावनाओं पर असर डाला है।
रेमंड लिमिटेड के शेयरों में जीवन शैली व्यवसाय के डिमर्जर की घोषणा के बाद 5% की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी ने प्रत्येक पांच रेमंड शेयरों के बदले चार रेमंड लाइफस्टाइल शेयर जारी करने की योजना बनाई है। रिकॉर्ड तिथि 11 जुलाई 2024 निर्धारित की गई है। कंपनी का लक्ष्य निवेशकों और रणनीतिक भागीदारों को आकर्षित करना है।